थानाध्यक्ष कमालगंज के निलंबन को लेकर अनिश्चितकालीन धरना करेगी भाकियू

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कमालगंज (फर्रुखाबाद): टाडा बहरामपुर में हुए ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा अत्याचार से डरे शहमें ग्रामीणों के आंसू पोंछने दोपहर बाद पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के आगरा मण्डल अध्यक्ष ने ग्रामीणों के सामने पुलिस पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि जनपद की पुलिस बिलकुल बेलगाम हो चुकी है। थानाध्यक्ष कमालगंज में जो कृत्य किया उसके लिए उन्हें व उनके सहयोगियों को दण्ड मिलना अति आवश्यक है। मण्डल अध्यक्ष ने कहा कि अगर 22 सितम्बर तक अगर पुलिस पर दण्डात्मक कार्यवाही न हुई तो जिला मुख्यालय पर किसान यूनियन का जनपद स्तरीय अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन होगा। किसान नेताओं ने मांग की कि ग्रामीणों पर किये गये मुकदमों को भी वापस लिया जाये।

भारतीय किसान यूनियन के आगरा मण्डल के मण्डल अध्यक्ष धर्मवीर यादव मैनपुरी के जिलाध्यक्ष तिलक सिंह राजपूत व फिरोजाबाद के जिलाध्यक्ष हरिओम ने जनपद के किसान यूनियन के नेताओं ने गांव में पंचायत लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। कई घंटे चली किसान यूनियन की पंचायत में ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को बताया। किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अरविंद शाक्य ने बताया कि अगर 22 सितम्बर तक अगर ग्रामीणों पर किये गये झूठे मुकदमे वापस न लिये गये और थानाध्यक्ष पर कार्यवाही नहीं हुई तो जिला मुख्यालय पर किसान यूनियन अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होगा। किसान यूनियन नेताओं ने ग्रामीणों से कहा कि वह अपने गांव में रहें और अगर पुलिस अगर आप लोगों के साथ ज्यादती करती है तो उसका डटकर मुकाबला करें। टाडा बहरामपुर के एक भी आदमी को अगर पुलिस ने गिरफ्तार किया तो सैकड़ों की तादाद में किसान यूनियन के लोग जेलों में जायेंगे। मुकदमा वापस लिया जाये। अगर वापस नहीं हुआ तो आने वाली 22 तारीख को मुख्यालय पर धरना देंगे।

सत्ता पक्ष के क्षेत्रीय विधायक नहीं पहुंचे ग्रामीणों का हाल लेने  : मण्डल अध्यक्ष
किसान यूनियन के मण्डल अध्यक्ष धर्मवीर यादव ने कहा कि जहां एक तरफ पूरा जनपद टाडा बहरामपुर में हुए ग्रामीणों व पुलिस के बीच संघर्ष की कहानी जुबान पर लिये घूम रहा है वहीं दूसरी तरफ घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर रहने वाले सत्ता पक्ष के विधायक ग्रामीणों का हाल तक जानने नहीं पहुंचे। घटना वाले दिन विधायक पुत्र ब्लाक प्रमुख कमालगंज ने जरूर पुलिस के साथ रात में तकरीबन एक बजे तक रहे। इसके बाद दोबारा उनका दीदार ग्रामीणों को नहीं हो सका।