पुलिस ने डाला दलित महिलाओं के आंचल में हाथ, जबरन की लूटपाट

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फर्रुखाबाद: टाडा बहरामपुर अब किसी परिचय का मोहताज नहीं रहा। जनपद में बीते कुछ दिनों से टाडा बहरामपुर एक जाना पहचाना नाम हो गया है। पुलिस का बहसी नजरिया देर रात तब नजर आया जब दबिश के दौरान पुलिस ने मौका देखकर दलित महिलाओं के आंचल तक पर हाथ डाल दिया और जबर्दस्ती उनके घरों में घुसकर मारपीट के साथ-साथ लूटपाट करने का आरोप भी महिलाओं ने पुलिस पर लगाया है।

एक तरफ जब पुलिस के आला अधिकारी अपनी शाख वापस लाने के लिए थानाध्यक्ष की पिटायी करने के आरोपियों की तलाश कर रहे थे, आला अधिकारियों के निर्देश पर अन्य पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों के घर में घुसकर आरोपियों को तलाशने के निर्देश दिये गये, जिस पर खाकी ने जो खौफ महिलाओं के अंदर कई घंटे गुजर जाने के बावजूद भी बरकरार है। जेएनआई से बातचीत करने के दौरान महिलाओं ने जो रहस्य उदघाटन किया वह बाकई में सुनने वाले के दिमाग पर असर डाल देगा।

टाडा बहरामपुर निवासी महिला माधुरी व मंगेशलता ने बताया कि देर रात तकरीबन 11 बजे मेरे घर के दरबाजे पर किसी ने गाली गलौज के साथ खोलने की बात कही। जिस पर हम लोगों ने विरोध किया तो बाहर खड़ी पुलिस और उग्र हो गयी। जबर्दस्ती गेट खुलवाने के बाद 10-12 पुलिसकर्मी अंदर घुस आये और मेरे लोगों के साथ मारपीट करने लगे। कुछ पुलिस वाले मौका देखकर महिलाओं के आंचल तक में हाथ डालने से नहीं चूके। महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनसे बदसलूकी करते हुए घर में रखा 1500 रुपये नगद व कान के झुमके इत्यादि छीन लिये।
ऐसी ही दूसरी घटना महिला सोनी के साथ हुई। सोनी ने आरोप लगाया कि  पुलिस ने उसके मासूम बच्चे को जबरन गोदी में उठा लिया। तत्पश्चात महिला को धमकी दी कि घर में रखा माल जेबर निकाल नही तो बच्चे की गर्दन दबा देंगे। घबराकर महिला ने घर के अंदर जमीन में गड़ा जेबर निकालकर पुलिस को दे दिया और पुलिस ने उसके बक्से में रखे पांच हजार रुपये भी छीन लिये।

वहीं अपने घर की छत पर लेटी एक विधवा कांतीदेवी पत्नी मनीराम को पूछताछ के दौरान पुलिस ने छत से धक्का दे दिया। जिससे विधवा महिला की रीड़ की हड्डी टूट गयी। दहशत की बजह से कोई भी वाहन गांव में उसे ले जाने के लिए नहीं पहुंचा। ग्रामीणों की कमी की बजह से वह खबर लिखे जाने तक गांव में ही दर्द से चीख रही थी।

इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि उन्हें इस बावत उन्हें दबिश की जानकारी है, पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर गांव में दबिश दी थी। पुलिस द्वारा इस तरह की कोई बारदात करने की बात गलत है। गांव वाले बढ़ा चढ़ा कर मामले को पेश कर रहे हैं।