शिक्षक नेता की पिटायी के विरोध में डीएम को ज्ञापन

Uncategorized

फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री को कानपुर देहात के जिला विद्यालय निरीक्षक के ड्राइवर व अराजक तत्वों द्वारा पीटे जाने के विरोध में जनपद के माध्यमिक शिक्षक संघ के नेताओं व प्रधानाचार्यों ने कालेजों को बंद रख जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने डीएम को अवगत कराया कि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। बोर्ड परीक्षा के फार्मों के नाम पर वसूली की जा रही है।
शिक्षकों ने डीएम को अवगत कराया कि कानपुर देहात के मुख्यालय माती स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय कानपुर में डीआईओएस के इशारे पर धन उगाही की जा रही थी। जिसका उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री हेमराज सिंह गौड़ ने विरोध किया था। जिसमें योजनाबद्ध तरीके से जिला विद्यालय निरीक्षक ए पी वर्मा एवं उनके ड्राइवर मलिखान सिंह तथा अन्य अराजक तत्वों द्वारा दिनांक 3 सितम्बर को हेमराज सिंह गौर पर जानलेवा हमला किया।

जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्याें, प्रधानाध्यापकों एवं कर्मचारियों ने शिक्षण कार्य का बहिस्कार कर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का घेराव किया। बाद में जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी को प्रार्थना पत्र सौंपा। पदाधिकारियों व शिक्षकों ने मांग की कि उक्त घटना के दोषी जिला विद्यालय निरीक्षक ए पी वर्मा एवं अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार कर उन पर कार्यवाही की जाये अन्यथा आंदोलन किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में माध्यमिक शिक्षा कार्यालय भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये हैं। बोर्ड परीक्षा फार्म वितरण से लेकर बोर्ड परीक्षा केन्द्र निर्धारण व बोर्ड परीक्षा संचालन तथा कार्यालयों के लिपिक जिनके पास परीक्षा का प्रभार है जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ मिलकर भ्रष्टाचार का नंगा नाच किये हुए हैं। कार्यालय के लिपिक पिछले 15 वर्षों से एक ही सीट पर जमे हुए हैं। भ्रष्टाचार में उनकी अहम भूमिका है। कानपुर देहात का प्रकरण इसी भ्रष्टाचार के विरुद्व आवाज उठाने का परिणाम है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में किसी भी लिपिक या अधिकारी को तीन वर्ष से अधिक न रखा जाये अन्यथा कानपुर देहात जैसे प्रकरण की पुनरावृत्ति होती रहेगी।

इस अवसर पर नेत्र पाल सिंह सोमवंशी, मोहित तिवारी, गार्गी कटियार, नवल कांत अग्निहोत्री, ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह, श्रीमती इंदिरा राठौर, एपी दुबे, जय सिंह, अनिल, अभिषेक दीक्षित, लालाराम दुबे, सुरेन्द्र सिंह चौहान, राजेश, सुरेन्द्र गौर आदि मौजूद रहे।