फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के नेताओं ने संगठन के प्रांतीय आव्हान पर समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया। शिक्षक नेताओं ने मांग की कि माध्यमिक शिक्षकों को भी डिग्री कालेजों के शिक्षकों के बराबर वेतन दिये जाने के साथ ही अन्य सुविधायें उपलब्ध करायी जायें।
उन्होंने मांग की कि पंचम वेतन मान के अनुसार ही उनके सेवानिवृत्ति माध्यमिक शिक्षकों का सेवारत शिक्षकों की भांति प्रकल्पित वेतन निर्धारण कर उनकी पेंशन संशोधित की जाये। राज्य कर्मचारियों की भांति उन्हें भी पंचम वेतनमान के अनुसार ही वेतन दिया जाये। वित्त विहीन शिक्षकों को संप्रति कम से कम दस हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाये। सीटी शिक्षकों को एलटी ग्रेड में संविलीन किया जाये। कला भाषा, व्यायाम शिक्षकों को चयन व प्रोन्नत वेतनमान की सुविधा दी जाये। सामूहिक बीमा की धनराशि बढ़ायी जाये। अंशदायी पेंशन योजना की जगह पूर्व की भांति सामान्य भविष्य निधि पेंशन योजना लागू की जाये। केन्द्रीय कर्मचारी व शिक्षकों की भांति वेतन में संविलीन 50 प्रतिशत महंगाई पर समस्त परियामी लाभ दिये जाये।
शिक्षक नेताओं ने मांग की कि विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों के शिक्षकों के समान ही बोर्ड की भी समस्त पारिश्रमिक दरें बढ़ायीं जायें। डिग्री कालेजों की भांति माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य का पद पदोन्नति से भरा जाये। सीबीएससी और आईसीएससी बोर्डों का अंधानुकरण का पाठ्यक्रमों में अनावश्यक छेड़-छाड़ बंद किये जाने की मांग की।
इस अवसर पर हरिश्चन्द्र दीक्षित, रमाकांत द्विवेदी, प्रेमपाल सिंह, वीरेन्द्र कुमार मिश्र, वीरेन्द्र बाबू गुप्ता, जनार्दन सिंह राठौर, मुन्नू द्विवेदी, सावित्री यादव, गोविंद सिंह यादव, के के शुक्ला, रतिराम, विजय सिंह आदि मौजूद रहे।