एआरटीओ की फर्जी मोहर से दलाल कर रहे जारी लाइसेंस

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फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ एआरटीओ कार्यालय के बाहर सुबह से ही दलालों का जमावड़ा लग जाता है। दूर दराज से लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन इत्यादि के लिए आने वाले लोगों से वसूली कर एआरटीओ की फर्जी मोहर से दलाल लाइसेंस जारी कर रहे हैं। ऐसा ही नजारा गुरुवार को जेएनआई ने अपने कैमरे में कैद किया।

बीते दिनों एआरटीओ व आरटीओ द्वारा कार्यालय में दलालों के काम न करने देने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गयी थी। जिसके बाद कोतवाली पुलिस को एआरटीओ कार्यालय पर निगाह रखने के निर्देश दिये गये थे। शहर कोतवाली पुलिस ने बीते दिनों एआरटीओ कार्यालय के बाहर दलालों द्वारा फर्जी रजिस्ट्रेशन किये जाने की सूचना पर छापा भी मारा। लेकिन कोतवाल के पहुंचने से पहले ही दलाल वहां से कूच कर गये और कोतवाली पुलिस मात्र मीडिया वालों को फोटो खिचवाकर वापस लौट आये।
एआरटीओ कार्यालय में दलालों का होना वैसे तो जगजाहिर है लेकिन गुरुवार को हद तो तब पार होती दिखी जब एआरटीओ की फर्जी मोहर से एक दलाल द्वारा कायमगंज निवासी अनवार से 600 रुपये वसूलकर ड्राइविंग लाइसेंस कार्यालय के बाहर बेंच पर ही जारी कर दिया। इस पर कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के कान खड़े हो गये। उन्होंने अनवार से कहा कि यह ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी है। घबराया अनवार संजू नामक दलाल को साथ लेकर कार्यालय के अंदर लिपिक के पास गया। जहां उसने लिपिक को ड्राइविंग लाइसेंस दिखाते हुए कहा कि यह लाइसेंस फर्जी है या असली। जब तक लिपिक कुछ बोलता दलाल संजू अपशब्द बोलने लगा। जिसको लेकर दलाल व लिपिक में जमकर गाली गलौज हुआ। बात मारपीट पर आती तब तक मामला सुलटा दिया गया।

जानकारी के अनुसार एआरटीओ कार्यालय में इस प्रकार के कारनामे कोई एक दिन के नहीं है। प्रति दिन यहां पर इसी तरीके से दलाल आकर अनपढ़/अनभिज्ञ लोगों से रकम वसूलकर वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन व फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जारी किये जा रहे हैं। एआरटीओ कार्यालय के लिपिक व अधिकारी इसको जानकर भी अनजान बने हुए हैं।