फर्रुखाबाद: साक्षर भारत मिशन के अन्तर्गत सर्व शिक्षा अभियान हेतु पंचायत स्तर पर शिक्षा प्रेरकों का चयन समस्त प्राइमरी विद्यालयों में किया जाना है। जिसके अन्तर्गत बढ़पुर विकासखण्ड क्षेत्र के प्राइमरी पाठशाला जनैया सठैया में विज्ञप्ति जारी की गयी। जिस पर कई आवेदकों ने प्रेरक के लिए आवेदन किया। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने प्रेरक की नियुक्ति कराने के लिए 25 हजार रुपये गांव की ही युवती से हड़प लिए और उसकी नियुक्ति भी नहीं की। जिस पर खिसियाये ग्रामीणों ने सोमवार को प्रधानाध्यापक की जमकर धुनाई कर दी।
जानकारी के अनुसार जनैया सठैया निवासी अंजली पुत्री मकसूदनलाल व पूनम पुत्री सोनेलाल ने प्रेरक के लिए आवेदन किया था। आवेदन के बाद गांव के ही सोनेलाल से उनकी पुत्री पूनम की नियुक्ति करा देने के लिए प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक बीरपाल ने 25 हजार रुपये रिश्वत में ले लिये। काफी दिनों तक बीरपाल उन्हें टहलाते रहे। जब सोनेलाल को यह पता चल गया कि प्रेरक के पद पर गांव की ही अंजली पुत्री मकसूदनलाल का चयन कर लिया गया है और उसके 25 हजार रुपये प्रधानाध्यापक द्वारा हड़प कर लिये गये। जिस पर सोनेलाल अपने एक दर्जन ग्रामीण साथियों के साथ स्कूल में पहुंचे। जहां पर पहले तो प्रधानाध्यापक से जमकर गालीगलौज किया। बाद में फावड़े से प्रधानाध्यापक बीरपाल पर हमला बोल दिया। जैसे तैसे प्रधानाध्यापक ने ग्रामीणों से अपनी जान छुड़ा पायी।
वहीं सोनेलाल ने बताया कि चयन की गयी लड़की अंजली के पिता मकसूदनलाल प्राइमरी विद्यालय में ही शिक्षामित्र के पद पर तैनात हैं। जिस पर प्रधानाध्यापक ने उससे साठगांठ कर उसकी नियुक्ति करा दी। लेकिन मुझसे लिए गये 25 हजार रुपये हड़प लिये।