खूबसूरत लड़कियों का दीवाना था “प्‍लेब्‍वॉय” गोपाल कांडा: नूपुर

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आज गोपाल कांडा की जो हालत है वो एक ना एक दिन तो होनी ही थी क्‍योंकि कांडा एक प्‍ले ब्‍वॉय था। कांडा की दिलचस्‍पी हमेशा खूबसूरत और सेक्‍सी लड़कियों में ही रहती थी। वो जैसे किसी कमसीन और खूबसूरत लड़कियों को देखता था उनसे यौन संबंध बनाने के लिये हर संभव प्रयास करने लगता था। जी हां यह खुलासा गोपाल कांडा के बंद हो चुकी एयरलाइंस कंपनी एमडीएलआर (मुरली धर लख राम) की वाइस प्रेसिडेंट नुपुर मेहता ने किया है।

ये वहीं नूपुर मेहता है जो बॉलीवुड फिल्‍मों में काम कर चुकी हैं और बीते दिनों मैच फिक्सिंग को लेकर खासा चर्चा में थी। नूपुर मेहता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांडा के कंपनी में जब कोई लड़की इंटरव्‍यू देने आती थी तो कांडा उन्‍हे सीसी कैमरों में देखा करता था। इतना ही नहीं नूपुर ने यह भी कहा है कि कांडा की नजर हमेशा सेक्‍सी लड़कियों पर रहती थीं इसलिए वह हर इंटरव्यू के लिए आने वाली लड़कियों पर नजर रखता था।

कांडा के एक प्‍लेन में थीं 50 एयरहोस्‍टेस

एमडीएलआर एयरलाइंस का डोमेस्टिक टेकऑफ तो शानदार था मगर कांडा की इस एयरलाइंस में बाकी स्टाफ की तुलना में एयर होस्टेस सबसे ज्यादा थीं। एक समय तो ऐसा था कि कांडा के एक जहाज के लिये करीब 50 एयर होस्‍टेस हो गईं थी। ये बात अलग है कि कंपनी के पास तीन प्‍लेन थे मगर उनमें से दो अक्‍सर खराब ही रहते थे। सूत्रों की मानें तो कांडा हमेशा एयरलाइंस में एयर होस्टेस की भर्ती को ज्यादा तरजीह देता था। इसी का नतीजा था कि एयरलाइंस बंद होने के अंतिम दिनों में एक प्लेन के लिए 50 से भी ज्यादा एयर होस्टेस हो गई थीं। एविएशन से जुड़े एक अधिकारी की मानें तो कांडा के एयरलाइंस के बंद होने का कारण अत्‍यधिक एयर होस्‍टेस होना भी था।

गीतिका को देखते ही मर मिटा था कांडा

गीतिका शर्मा जब कांडा के एयरलाइंस में एयर होस्‍टेस की नौकरी के लिये इंटरव्‍यू देने आई थी उस वक्‍त से ही कांडा उसे पसंद करने लगा था। एमडीएलआर की वाइस प्रेसिडेंट नुपुर मेहता ने बताया कि गीतिका उसके केबिन में बैठी थी और कांडा से अपने केबिन में बैठकर सीसीटीवी कैमरे से देख रहा था। मेहता ने बताया कि इंटरव्‍यू खत्‍म होने के बाद कांडा ने मुझे बुलाया और कहा कि गीतिका को नौकरी पर रख लो। नूपुर ने कांडा से कहा था कि गीतिका की उम्र अभी 17 साल है और वो इस पद के लिये उपयुक्‍त नहीं है तो कांडा ने कहा था कि उसके टैलेंट को देखो और उसे नौकरी पर रख लो। गीतिका को किस तरह एयरलाइंस में नौकरी मिली, ये तो बानगी भर है। कांडा के कसीनो में भी ज्‍यादातर लड़कियां ही काम करती थी।

लड़कियों के लिए कांडा की दीवानगी का एक और सबूत ये है कि कांडा की कंपनियों में ऊंचे पद पर ज्यादातर लड़कियां थीं। कंपनी में सुंदर लड़कियों की भर्ती के लिए भी गोपाल कांडा ने खास तरीका अपना रखा था। कहा जा रहा है कि लड़कियों की भर्ती की जिम्मेदारी अरुणा चड्ढा को दी गई थी। एक वैबसाइट से बातचीत में नूपुर ने दावा किया है कि अरुणा चड्ढा को लड़कियों की सप्लाई और उन्हें मैनेज करने की जिम्मेदारी दी गई थी। अरुणा इस बात का खास तौर पर ध्यान रखती थी कि जिन लड़कियों को नौकरी मिले वो सुंदर हों। अरुणा नौकरी की शर्तों में ये भी तय करती थी कि लड़कियां काम के बाद सीधे कांडा को रिपोर्ट करें। नूपुर के मुताबिक ऐसा करने के पीछे मकसद ये था कि कांडा खूबसूरत लड़कियों के साथ बेहतर वक्त बिता सके। नूपुर ने मीडिया से बातचीत में दावा किया है कि कांडा के कई लड़कियों से बेहद करीबी रिश्ते थे।