फर्रुखाबद: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर थाना मऊ दरवाजा में बुरी तरह घायल अवस्था में घंटों से बैठे वृद्ध दंपती की व्यथा काफी हृदय विदारक है। बेटे की मृत्यु के बाद जिस बहू को बेटी की तरह घर में रखा, आज उसी ने अपने आशिक के साथ मिलकर दोनों को मारपीट कर घर से निकाल दिया। बुरी तरह घायल दंपती की व्यथा यह भी है कि घंटों से वह थाने में बैठे हैं, परंतु पुलिस उनकी तहरीर तक लेने को राजी नहीं है। उधर दोनो वृद्ध घर भी वापस नहीं लौट सकते। क्योंकि यदि घर वापस गये तो बहू फिर मारेगी।
थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम खिनमिनी निवासी प्रेमचंद्र बाथम व उनकी पत्नी मुन्नी देवी को मंगलवार को उनकी विधवा बहू राधा ने अपने आशिक ग्रीश बाथम की मदद से बुरी तरह मारा-पीटा व घर से निकाल दिया। ग्रीश बाथम व मुन्नी देवी लगभग तीन घंटों से घायल अवस्था में थाना मऊ दरवाजा में अपनी शिकायत लिये बैठे हैं। परंतु उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। न तो वृद्ध दंपती की एफआईआर दर्ज की गयी, न ही उनका चिकित्सीय परीक्षण व प्राथमिक उपचार कराया गया। बेचारे लहू लुहान बृद्ध थाने में एक कोने में अपराधियों की तरह बैठे हैं।