उर्वरकों पर बढ़े हुए दामों को वापस लेने के लिए भाजपा ने खोला मोर्चा

Uncategorized

फर्रुखाबाद: भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के नेतृत्व में तकरीबन दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी से भेंट कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।

भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष भूदेव राजपूत व किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जिलाधिकारी से मिले और उनसे डीएपी, एमओपी, एसएसपी सहित सभी 22 उर्वरकों पर बढ़ी हुई दरों को कम करने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी से कहा कि किसानों को डायरेक्ट सब्सिडी दी जाये। उत्पादकों, आयातकों को नहीं किसानों के खाते खोले जायें और सब्सिडी डायरेक्ट किसानों के खाते में जमा करायी जाये। यूरिया पर कन्ट्रोल नीति जारी रखी जाये। इसके अलावा अन्य कई मांगों को सम्बंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।

भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग रखी कि गेहूं का बकाया भुगतान किसानों को तत्काल दिया जाना चाहिए। वर्षा के कारण बंद पड़े सरकारी नलकूपों को जारी कराया जाये। जिससे किसानों को सिंचाई में असुविधा न हो। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष भूदेव सिंह राजपूत ने कहा कि देश में 220 लाख टन यूरिया का उत्पादन होता है। लगभग 60 लाख टन यूरिया विदेशों से आयात करनी पड़ती है। हम 150 लाख टन फास्फेट खाद प्रयोग करते हैं। जिससे 95 प्रतिशत आयात पर निर्भर रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मिश्रित खादों के लिए 1992 में भी कन्ट्रोल नीति अपनायी गयी। कीमतें नियंत्रित रखीं गयीं। अप्रैल 2010 से न्यूट्रेशन- सब्सिडी मिश्रित खादों पर लागू कर दी गयी। जिससे उसकी कीमतें निर्धारित करने का अधिकार उत्पादकों पर पहुंच गयी।

जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी ने कार्यकर्ताओं को उनकी समस्याओं को लेकर आश्वासन दिया। इस दौरान भारतीय किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भास्करदत्त द्विवेदी, नगर सुरक्षा प्रमुख ज्ञानेश गौर, प्रदेश मंत्री अशोक कटियार, नगर महामंत्री मोहम्मदाबाद श्यामप्रकाश, जिला महामंत्री प्रदीप सक्सेना, मीडिया प्रभारी ग्रीश भारद्धाज आदि मौजूद रहे।