फर्रुखाबाद: लगभग दो सप्ताह पूर्व नाला मच्छरट्टा पर कई दिनों तक चले जलभराव के चलते उपजे जनाक्रोष से बचने को नगर पालिका के तत्कालीन कार्यवाहक ईओ केके गुप्ता ने सड़क पर लगभग आधा दर्जन स्थानों पर आदमकद गड्ढे तो खुदवा दिये। परंतु चोक नाला खोलने में कामयाब नहीं हो सके थे। दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है। नाला चोक है। नगर पालिका सक्शन पंप से पानी खींच कर नालियों में बहा रही। इसी सड़क पर रहने वाले आदमी की तो छोडिये स्वयं नगर विधायक विजय सिंह के घर को जाने वाले रास्ते पर वाहन जाना तो दूर पैदल निकलना दूभर है।
विदित हो कि तकरीबन दो सप्ताह पूर्व शहर में जलभराव की समस्या विकराल रूप लिए थी। सदर विधायक विजय सिंह के नाला मछरट्टा स्थित आवास के बाहर तालाब जैसा नजारा था। लोगों को पानी के बीच से गुजरकर निकलना पड़ता था। काफी नानुकर के बाद नगर पालिका के कर्मचारी नाला मछरट्टे के चोक नाले को खोलने के लिए भी नहीं पहुंचे। इसके बाद व्यापार मण्डल के प्रांतीय मंत्री अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ के नेतृत्व में लोग अनशन पर बैठ गये थे और सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने नाला खुलवाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर नगर पालिका के कर्मचारियों ने सड़क को बीचो बीच में तोड़ दिया। जिसके लिए जेसीबी मंगायी गयी थी। काफी प्रयास के बावजूद त्वरित निराकरण तो हो गया लेकिन वर्तमान में स्थिति बद से बदतर है। नगर पालिका की लापरवाही साफ देखी जा सकती है। जिसकी बजह से नाला मछरट्टा रोड पर बड़े वाहन नहीं निकल पा रहे हैं। आये दिन हो रही बारिश से जलभराव की स्थिति बन जाती है। लेकिन नगर पालिका की तरफ से चंद कर्मचारी नाले में डंडा डालकर कूड़ा निकालते नजर आते हैं।