प्रणब के शपथ ग्रहण समारोह में भारत की संप्रभुता का जीता जागता उदाहरण देखने को मिला। सर्व धर्म सद्भाव का नारा देने वाले देश में जब एक साथ पांच उच्चतम पदों की शख्सियत मंचासीन हुए तो इसकी भव्यता बस देखते ही बनती थी।
भारत के मुख्य न्यायाधीश एस एच कपाड़िया, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार और देश के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की एक साथ मौजूदगी अलग ही कहानी बयां कर रही थी।
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं थीं। महिलाओं के हाथ में देश की बागडोर होना बड़ी बात है। इसके साथ ही मुख्य न्यायाधीन एस एच कपाड़िया पारसी परिवार से आते हैं तो उप राष्ट्रपति पद पर एक अल्पसंख्यक व्यक्ति विराजमान है। लोकसभा स्पीकर दलित हैं तो प्रणब पहले बंगाली राष्ट्रपति। सर्वधर्म सद्भाव के साथ इस मंच से कई बातें एक साथ दिखाई दीं। देश निश्चित ही इससे सीख लेगा।