फर्रुखाबाद: शहर के ग्राम मसेनी की महिलाओं में भोलेबाबा के प्रति इतना अधिक श्रद्धा का भाव देखा गया कि महिलाओं ने खुद ही काफी दूर तक कांवर कंधों पर रखकर अपने परिजनों को गोला कावंर ले जाने के लिए रवाना किया। इस दौरान महिलाओं को कंधों पर कांवर रखे हुए देखकर लोग भौचक्के रह गये। हों भी क्यों न महिलाओं को उन्होंने पहली बार जो कांवर ले जाते देखा है।
अभी तक महिलायें कांवर ले जाने वाले परिजनों को लोरी व तिलक लगाकर, आरती उतारकर विदायी करतीं थीं लेकिन मसेनी ग्राम की महिलाओं ने एक नया रिवाज निकाला है। जहां की महिलायें मीरादेवी, शिल्पी, रमाकुमारी, मायादेवी आदि ने अपने परिजनों को अपने कंधों पर कांवर रखकर काफी दूरी तक विदायी दी। जिसके बाद वह वापस लौट आयीं।
जिस रास्ते से महिलायें कांवर लेकर निकल जातीं उस तरफ लोगों की आंखे महिलाओं के प्रति श्रद्धा में डूब जातीं। महिलाओं के अंदर भोलेबाबा के प्रति इतनी श्रद्धा भाव देखकर हर कोई बम बम भोले के जयकारे लगाने से अपने को नहीं रोक पाये। रास्ते भर बम बम भोले के जयकारे गूंजते रहे। लोगों ने महिलाओं द्वारा कांवर ले जाने को काफी सराहा।