फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी गुटों में बटी हुई दिखाई पड़ी जब टिकेट के लिए सर्वे करने आये शैलेन्द्र सिंह ने कर्कर्ताओं की नब्ज टटोली| वैसे तो नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव निपट गया है पर परदे की पीछे हुई रामलीला अभी भी पीछा नहीं छोड़ रही हैं| आज डाक बंगले में पर्यवेक्षक के सामने यह मुद्दा उठा कि जब सपा की सदस्यता पर रोक लगी है तो नगर पालिका चुनाव में उम्मीदवारों को समर्थन कैसे मिल गया| इस पर पर्यवेक्षक जालौन विधायक शैलेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि पार्टी ने न तो कोई उम्मीदवार बनाया और न समर्थन दिया| और यदि समर्थन जारी हुआ था तो कोई समर्थन पत्र दिखाए| इस पर सपा जिलाध्यक्ष भी साफ़ नकार गए कि कोई समर्थन पत्र जारी नहीं हुआ| तो क्या सलमा को मिला सपा का समर्थन फर्जी व मात्र दिखावा था?
चन्नू यादव ने बताया कि फर्रुखाबाद में तो सलमा बेगम को सपा का समर्थन दिया गया| समर्थन देने के पीछे कुछ आरोप भी लग रहे हैं| इस पर पर्यवेक्षक ने कहा कि यह जिलाध्यक्ष की नियत जाने| शिकायतों पर एक बार तो जिलाध्यक्ष कुछ न बोल पाने की स्थिति में दिखाई दिए| चुनाव हारने के बाद हाजी अहमद अंसारी आज कमालगंज में जमालुद्दीन सिद्दीकी के सम्मलेन के मंच पर दिखाई दिए| डाक बंगले में उठे इस मुद्दे के विवाद से यह बात साफ़ हो गयी कि हाजी अहमद अंसारी सपा के सदस्य नहीं बने हैं| हाजी अहमद सम्मलेन में कई मुस्लिम सभासदों के साथ आये थे|