फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के नेकपुर गुमटी के पास ट्रांसपोर्टर 60 वर्षीय शिवमंगल पुत्र लक्ष्मीनरायन कटियार की ट्रेन से कटकर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। जिससे उनकी मौत या आत्महत्या के बारे में अभी खुलासा नहीं हो सका। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक शिवमंगल का लालगेट पर बीरसिंह नाम से ट्रांसपोर्ट है। बीती रात शिवमंगल का ट्रक शाहजहांपुर जिले के अल्लागंज कस्बे में पलट गया था। जिसमें शक्कर भरी हुई थी। सुबह शिवमंगल अपने भतीजे बबलू के साथ वापस आ गये। दोपहर तकरीबन दो बजे वह नेकपुर के पास फोन से बात करते समय रेलवे लाइन पार कर रहे थे। तभी अचानक कासगंज से कानपुर के लिए जा रही ट्रेन ने उनके टक्कर मार दी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी।
मौत होने के बाद मौके पर काफी क्षेत्रीय नागरिक इकट्ठे हो गये। लेकिन किसी ने भी उनकी पहचान नहीं कर पायी। काफी देर बाद सूचना पर परिजनों को जानकारी मिली। ट्रेन से कटे ट्रांसपार्टर शिवमंगल की सूचना फतेहगढ़ पुलिस को दी गयी। कर्नलगंज चौकी पर तैनात सिपाही सीएस चौहान अपने एक हमराही सिपाही के साथ घटना स्थल पर पहुंचा व शव की बगैर जांच पड़ताल किये टैक्सी में डालकर फटाफट उठा ले गया। लोहिया अस्पताल पहुंचा दिया। सिपाही बोला जल्दबाजी इसलिए कर रहा हूं कि डाक्टर इसे मृत घोषित करेंगे। जबकि ट्रांसपोर्टर शिवमंगल की मौत घटना स्थल पर ही हो चुकी थी। सिपाही की जल्दवाजी का कारण क्या था यह लोग बखूबी समझ गये। लोहिया अस्पताल में सिपाही ने मृतक के भतीजे बबलू को 3500 रुपये, मोबाइल के अलावा अन्य कागज दे दिये व कहा कि इनके पास यही निकला।फिलहाल शव के पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है।
मृतक की जेब से 20 हजार रुपये गायब, पुलिस संदेह के घेरे में
मृतक ट्रांसपोर्टर शिवमंगल के शव के पास दुर्घटना के तुरंत बाद तमाशबीनों की काफी भीड़ लग गयी। जिससे लोगों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना पर पहुंचे कर्नलगंज चौकी के सिपाही सीएम चौहान अपने एक अन्य साथी के साथ शव को उठाकर ले जाने लगे तो कुछ लोगों ने कहा कि मृतक की जेब में कुछ लग रहा है। जिसको देख लीजिए। अगर कोई पाकेट डायरी बगैरह जेब में हो तो उससे नम्बर डायल करके परिजनों को सूचित कर दें। लेकिन न जाने क्यों शव उठाने में जल्दबाजी कर रहे सिपाही सीएम चौहान ने शव को टैक्सी में लादकर लोहिया अस्पताल की तरफ कूच कर दिया। लेकिन मिशन अस्पताल के सामने टैक्सी दुर्घटना में मृत हुए मासूम नितिन के परिजन जाम लगाये हुए थे। जिस पर पुलिस ने टैक्सी को वहां से हटा दिया व तकरीबन आधा घंटे बाद लोहिया अस्पताल पहुंचे तो मृतक के भतीजे बबलू को 3500 रुपये के साथ मोबाइल सुपुर्द किया। मृतक ट्रांसपोर्टर शिवमंगल के भतीजे बबलू ने बताया कि उनकी जेब में 500_500 के तकरीबन 37_ 38 नोट थे। जो उनकी जेब में नहीं हैं। फिलहाल रुपयों के बारे में मामला अभी गोलमोल ही नजर आ रहा है।