फर्रुखाबाद: जनसंख्या वृद्वि में कमी लाने के लिए मनाये जा रहे जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के तहत आशा बहुओं, एएनएम, फार्मासिस्ट व डाक्टरों ने मुख्य मार्गों से रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया। लेकिन रैली में आशा बहुओं के चेहरों पर दो वर्ष से मानदेय न मिलने का दर्द साफ झलक रहा था। रैली में कुछ आशा बहुयें तो बाकई में रैली से काफी दूरी बनाये हुए थीं। जिससे लग रहा था कि जब आशा बहुएं ही जागरूक नहीं हैं तो आम जनता जागरूक कैसे होगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से निकलकर फतेहगढ़ के मुख्य बाजार होती हुई जनसंख्या जागरूकता रैली वापस सीएमओ कार्यालय पहुंची। लेकिन रैली में शामिल आशा बहुएं आक्रोषित दिखीं।
आशा रमादेवी, कमलेश, सीमा कटियार, अरुणा ने बताया कि हम लोगों के घर में चूल्हे जलने तक के लाले पड़ गये हैं। दो वर्ष से किसी भी आशा बहू को मानदेय नहीं मिला। जिसके बावजूद भी विभाग पूरी तरह से हम लोगों से मेहनत करवा रहा है। आर्थिक तंगी हम लोगों को काफी दिनों से झेलनी पड़ रही है। इसके बावजूद भी विभाग एक फूटी कौड़ी नहीं दे रहा है। जिससे आशा बहुओ में काफी रोष है। उन्होंने मांग की कि शीघ्र हम लोगों का मानदेय उपलब्ध कराया जाये। नहीं तो आशा बहुएं अब आंदोलन को उतारू होंगी।