चोर चोर मौसेरे भाई- सीएमएस और कर्मचारी ने एक दूसरे की पोल खोलने की दी धमकी

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फर्रुखाबाद: बुधवार प्रातः लोहिया अस्पताल के सीएमएस कक्ष में जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। जिस पर कर्मचारी सीएमएस पर व सीएमएस कर्मचारियों पर एक दूसरे की पोल खोलने को लेकर दबाव बनाते नजर आये आये। आपस में तर्क वितर्क के दौरान कई बार दोनो के मुहं से शब्द निकले कि अगर मैने तुम्हारी पोल खोल दी तो कई कर्मचारी नपेंगे। यही बात एक दूसरे पर जड़कर अपनी-अपनी धौंस जमाने में कर्मचारी नहीं चूके।

सीएमएस कक्ष में अपनी मांगों को लेकर पहुंचे चतुर्थश्रेणी कर्मचारी कई बार बोल गये कि आप कौन से शरीफ हैं अगर हमने पोल खोल दी तो कई लोग नपोगे। चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों ने लोहिया प्रशासन पर अवैध रूप से दवाइयां खरीदने का आरोप लगाया। इस पर फार्मासिस्ट चक्रसिंह व चतुर्थश्रेणी कर्मचारी नेता ओमप्रकाश के बीच झड़प भी हुई। ओमप्रकाश ने सीएमएस से कहा कि बाहर की दवाइयां जो लोहिया अस्पताल के लिए खरीदी जा रहीं हैं। जिसमें सात रुपये की बोतल 15 रुपये में दिखाकर पैसे का गोलमाल हो रहा है। जिस पर फार्मासिस्ट चक्रसिंह ने कहा कि दवाइयांें का पूरे प्रदेश में टोटा है। दवा कंपनियां पूरे प्रदेश में ठीक ढंग से दवाइयां सप्लाई नहीं दे पा रहीं। जिस बजह से हमें प्राइवेट तौर पर बाहर की दवाई लोहिया अस्पताल के लिए मंगवानी पड़ती है। क्योंकि आदेश है जो चीज जितने रुपये की सरकार द्वारा निर्धारित कर दी गयी वह उतने रुपये में ही खरीदने का प्रावधान है। फिर चाहे वह सात रुपये की हो या 17 रुपये की। सीएमएस डा0 एन बी कटियार ने कर्मचारियों की मांगों को लेकर हो रहे विवाद में कहा कि आप लोग अपना काम करेंगे। सबसे पहले मरीजों के झूठे वर्तन आपको धोने पड़ेंगे।
जिस पर कर्मचारी ओमप्रकाश ने कहा कि आप हमें बतायें कितने मरीजों को लोहिया अस्पताल में वर्तन दिये जाते हैं। यह सभी जानते हैं कि हर मरीज खुद के वर्तन में ही खाना खाता है। मरीजों के प्राइवेट वर्तन हम लोगों को धोने का कोई कानून नहीं है। आप लोग वर्तनों का पैसा इधर उधर कर रहे हो। बीच-बीच में कर्मचारियों ने कई गोलमोल धमकियां दीं और कहा कि अगर सही से हम लोगों की मांगों पर कार्यवाही नहीं हुई तो कर्मचारी अपना मुहं खोलेंगे और अस्पताल में हो रहे खुले घोटालों की पोल उच्चाधिकारियों तक पहुंचेगी।

पोल खोलने की बात को लेकर कई बार एक दूसरे को धमकी देने पर अचानक मीडियाकर्मियों द्वारा टोके जाने पर कि कौन से घोटाले की बात की जा रही है। इस पर सीएमएस व कर्मचारी नेता बगलें झांकने लगे और बगैर जबाव दिये दूसरी बात पर पहुंच गये। नोकझोंक के दौरान यह बात तो साफ हो गयी कि लोहिया अस्पताल में किसी बड़े घपले को तूल दिया जा रहा है और जिसमें कई कर्मचारियों की साठगांठ भी शामिल है। तभी नोकझोंक के दौरान दोनो पक्षों के लोग एक दूसरे पर धमकीभरे शब्दों में पोल खोलने की बात कह रहे हैं। फिलहाल पोल पट्टी के बारे में पूछने पर सभी कर्मचारी व सीएमएस कन्नी काट गये।