शहर कोतवाली के पीछे दलित को गोली मारी, आरोपी तमंचा लहराते हुए फरार

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फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली के पीछे बने कोतवालेश्वर मंदिर के पास फूल विक्रेता दलित राजा उर्फ दिवारी पुत्र रामआसरे को लेनदेन के विवाद में कुछ लोगों दबंगों ने गोली मार दी और दबंगई के साथ तमंचा लहराते हुए फरार हो गये। गोली की आवाज होते ही आस पास के लोगों में हड़कंप मच गया। कई लोग तो दुकान बंद कर खिसक लिये।

पुलिस कभी कभी घटना के बाद बहाना बना देती है कि पुलिस हर जगह मौजूद नहीं हो सकती। इस बजह से दबंग किस्म के लोग गोली, मारपीट इत्यादि की घटनायें करते थे। दबंगों के अंदर पुलिस का डर कितना रह गया है इस बात को आज की घटना ने बिलकुल साफ कर दिया है। मोहल्ला बजरिया सकावत हुसैन, मऊदरवाजा निवासी 26 वर्षीय राजा उर्फ तिवारी शहर कोतवाली के पीछे कोतवालेश्वर मंदिर के पास फूल की दुकान कई वर्षों से लगा रहा है। घायल राजा उर्फ दिवारी ने बताया कि बजरिया निवासी धीरज ठाकुर पुत्र देवेन्द्र चौहान, लालू पुत्र गिरजाशंकर ने मुझसे पैसे मांगे थे। धीरज ठाकुर का कहना था कि 10 हजार रुपये हमें चाहिए क्योंकि हमें अपने भाई की जमानत करानी है। इन दिनों धीरज ठाकुर का भाई जेल में है।

दिवारी ने 10 हजार रुपये देने से मना कर दिया। जिसको लेकर पहले तो दिवारी के साथ धीरज व लालू का झगड़ा हुआ बाद में बात गोली तक आ गयी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दबंगों ने एक फायर दिवारी पर कर दिया जो पेट की उल्टी तरफ जा धंसा और दिवारी वहीं फड़फड़ाकर गिर गया। गोली की आवाज सुनते ही कोतवालेश्वर मंदिर के आस पास अचानक भगदड़ मच गयी। उक्त लोग कोतवालेश्वर मंदिर से डा0 मनोज मेहरोत्रा के दरबाजे के सामने से जाने वाली गली से तमंचा लहराते हुए फरार हो गये। सूचना मिलने पर पहुंचे शहर कोतवाल विजय बहादुर सिंह ने घायल को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया और उसके परिजनों को सूचना दी। मौके पर दिवारी की मां आशा, पिता रामआसरे व अन्य परिजन पहुंच गये थे।

शहर कोतवाल विजय बहादुर सिह ने बताया कि मैं कोतवाली में बैठा था अचानक गोली की आवाज सुनकर मैं चौंक गया। छानवीन करने पर पता चला कि गोली चलने की जगह कोतवाली के ठीक पीछे है। फिलहाल घायल की हालत खराब होने पर लोहिया अस्पताल से रिफर कर दिया गया। मामले की जांच की जा रही है।