फर्रुखाबाद: स्वास्थ्य विभाग बाहें चढ़ाये झोलाछाप डाक्टरों को नोटिस पर नोटिस देकर भले ही अपनी मूंछें सीधी कर रहा हो लेकिन स्थिति में कोई विशेष सुधार नहीं है। नोटिस के बाद किसी भी डाक्टर को कभी पुलिस कार्यवाही का मुहं तक नहीं देखना पड़ता। लेनदेन पर अगर मामला निबट जाये तो ठीक नहीं तो एफआईआर तक आकर कार्यवाही दम तोड़ देती है। जिसका नतीजा खुलेआम चल रहे झोलाछाप डाक्टरों के नर्सिंगहोम व पहले से ग्रामीण क्षेत्रों में परचून की दुकानों पर बिक रहीं एक्सपायर दवाइयां जिन्हें अनपढ़ ग्रामीण नहीं समझ पाते और उन्हें खाकर अपनी जान गवां देते हैं। ऐसी ही एक घटना में राजेपुर के ग्राम रामपुर जुवराजपुर निवासी मिश्रीलाल के 20 वर्षीय पुत्र संजीव के साथ घटी। जिसने गांव की ही एक परचून की दुकान से दवाई लेकर खा ली। जिससे उसकी तबियत बिगड़ गयी। परिजन उसे लोहिया अस्पताल लेकर आये। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी।
मृतक संजीव की मां सियादेवी ने रोते बिलखते बताया कि संजीव को कई दिनों से बुखार आ रहा था। शरीर में एक फुंसी भी निकल आयी थी। जिससे बुखार और तेज हो गया। संजीव ने गांव के ही परचून दुकानदार खलील से एक नीली पन्नी चढ़ी गोली लेकर खा ली। जिससे संजीव की हालत अचानक बिगड़ने लगी। सुबह प्रातः साढ़े 10 बजे परिजन संजीव को लेकर लोहिया अस्पताल आये। जहां उपचार के दौरान संजीव की मौत हो गयी। संजीव की मौत की सूचना मिलते ही मां सियादेवी का रो रो कर बुरा हाल हो गया। संजीव का शरीर भी बुरी तरह से अकड़ गया था।