फर्रुखाबाद: नगर पालिका चुनाव ने एक बार फिर पुराने जख्म हरे कर दिये हैं। दोस्ती से ज्यादा दुश्मनी निभाने के लिये खेमेबंदियों का दौर अंतिम चरण में है। जहां एक ओर जनक्रांति-पार्टी के टिकट पर शहर विधानसभा सीट से भाग्य आजमा चुके मोहन अग्रवाल पुरानी खुन्नस निकालने को मनोज अग्रवाल के विरोध में उस्ताद के खेमें में अलख जगा रहे हैं, वहीं आज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश राजपूत ने अपने चिरविरोधी उस्ताद से हिसाब बराबर करने को मनोज अग्रवाल की पत्नी वत्सला अग्रवाल के पक्ष में पार्टी के समर्थन की घोषणा कर दी है।
जनक्रांति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश राजपूत ने गुरुवार को नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में बसपा समर्थित वत्सला अग्रवाल को समर्थन देने की घोषणा कर दी। जब की जन क्रांति पार्टी से सदर सीट से चुनाव लड़ चुके मोहन अग्रवाल पहले से ही दमयंती सिंह के लिए प्रचार कर रहे हैं। अपने निवास पर वार्ता में मुकेश राजपूत ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया। मुकेश ने बताया कि एमएलसी मनोज अग्रवाल के मधुर स्वाभाव और विकासशील छवि को देखते हुए समर्थन दिया है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को वत्सला अग्रवाल के समर्थन में प्रचार करने को कहा। इस कार्यक्रम के दौरान मोहन अग्रवाल और जीतेन्द्र यादव नहीं नजर आये। जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र कटियार, पवन गौतम, एसपी बघेल और ज्ञानेंद्र शाक्य मौजूद रहे।
पार्टी के निर्णय के बावजूद मोहन अग्रवाल के दमयंती सिंह के प्रचार के मुद्दे पर श्री राजपूत इसे उनका व्यक्तिगत निर्णय बताते हुए कहा कि चूंकि पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से कोई दिशा निर्देश नहीं आया है, इसलिये किसी पर कार्रवाई का प्रश्न नहीं उठता है। उल्लेखनीय है कि शुरू में मोहन अग्रवाल के उस्ताद कैंप में जाने के बाद मुकेश राजपूत के भी पीछे से उनके समर्थन में होने की अटकले लगाई गयीं थीं, परंतु गुरुवार को इन अटकलों पर विराम लग गया।