कमालगंज (फर्रुखाबाद): अवैध रूप से बिना लाइसेंस के चल रही पटाखा फैक्ट्री की सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन वर्मा ने पुलिस फोर्स के साथ छापा मारा। छापे के दौरान पटाखा फैक्ट्री संचालक कोई कागजात नहीं दिखा सका। इसी पटाखा फैक्ट्री में 2011 में बिस्फोट हो जाने से लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था।
कमालगंज नगर में बिना लाइसेंस के पटाखा फैक्ट्री बीते कई महीनों से चल रही थी। भयंकर गर्मी में विस्फोट इत्यादि की आशंका को देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट ने पटाखा फैक्ट्रियों के बारे में जब जानकारी की तो पता चला कि नगर में कुछ बिना लाइसेंस के पटाखा फैक्ट्री चल रहीं हैैं। जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने भारी पुलिस फोर्स के साथ कमालगंज स्थित सुलेमान उर्फ सुल्तान निवासी ग्राम पहाड़िया की कमालगंज स्थित पटाखा फैक्ट्री में छापा मारा।
छापे के दौरान संचालक सुलेमान कोई भी कागजात नहीं दिखा सके। फैक्ट्री से 350 अनार, 200 ग्राम बारूद, पटाखे व मैताब बरामद किये गये। सुलेमान ने पुलिस को बताया कि पहले अनवार के नाम से लाइसेंस था जोकि 2011 में पटाखा फैक्ट्री में बिस्फोट हो जाने के बाद लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद से लाइसेंस नहीं मिला। विस्फोट में कई लोग घायल भी हो गये थे।
कमालगंज स्थित वकीलुद्दीन की पटाखा फैक्ट्री में भी सिटी मजिस्ट्रेट ने पुलिस बल के साथ छापा मारा। लेकिन छापे के दौरान फैक्ट्री का कमरा बंद मिला। पूछने पर पता चला कि उनके पास 2013 तक का लाइसेंस है। जिसके बाद उसके खिलाफ किसी तरीके की कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
पुलिस ने सुलेमान को गिरफ्तार कर लिया व एसआई महेन्द्र प्रताप सिंह ने थाना कमालगंज में अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया।
वहीं थाना मोहम्मदाबाद क्षेत्र में स्थित नूर मोहम्मद की पटाखा फैक्ट्री पर सीओ कायमगंज जोगेन्द्र पाल सिंह व एसडीएम अमृतपुर ने छापा मारा। छापे के दौरान स्टाक चेक कर तीन दिन के अंदर स्टाक मोहम्मदाबाद रिहायसी इलाके से बाहर करने के निर्देश दिये। हमीरखेड़ा में दफेदार नाम के व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से बिना लाइसेंस के पटाखा फैक्ट्री चलाने की सूचना पर एसडीएम ने हमीरखेड़ा में भी छापा मारा। छापे के दौरान बताया गया कि हमीरखेड़ा निवासी दफेदार ने 2011 से लाइसेंस नहीं लिया है।