फर्रुखाबाद: नगरपालिका चुनाव प्रचार के प्रारम्भिक दौर में जोड़-तोड़, रूठा मनाना, नए गुट बनाना, लंका ढहाने के लिए राम के कुनवे खोजना और राजनीति के पायदान पर खड़े युवाओ को साम दाम दंड भेद से आकर्षित करने का काम चल रहा है| लडाई चाहे वार्ड मेम्बरी की हो या अध्यक्षी की नियत और नियति एक जैसी ही है| जोड़ तोड़ में उस्ताद ने बाजी मारी और मनोज से नाराज खेमे को तलाश उन्हें अपनी और खीचने में कामयाब हुए| ताबड़तोड़ नुकसान के बाद मनोज ने भी विरोधी की चालो को परखा और कभी मोहन से अलग हो चुके फर्रुखाबाद विकास मंच के युवा अपनी ओर कर लिए| बिट्टू परमार जो मोहन अग्रवाल द्वारा स्थापित फर्रुखाबाद विकास मंच के बैनर को खुद को बताकर विधानसभा में प्रचार करते रहे उसके बाद लोकमंच की बाल्टी लेकर जनता के बीच अपने भाई को चुनाव लड़ाने उतरे, अब मनोज अग्रवाल (वत्सला अग्रवाल) को चुनाव लड़ायेंगे|
शुक्रवार को आवास विकास के स्वागतम गेस्ट हाउस में एक मीटिंग कर बिट्टू परमार और श्रमित गुप्ता ने लगभग 2 दर्जन साथियो के साथ मनोज अग्रवाल के गले में फूल माला पहनाई| मनोज ने भी युवाओ को साथ लेकर चलने का वादा किया|