खुलासा: चुनावी गहमागहमी के बीच जारी है नगर पालिका में फर्जी भुगतानों का खेल

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फर्रुखाबाद: नगर पालिका चुनाव की गहमागहमी के बीच भी नगर पालिका में लूट-खसोट व फर्जी भुगतान की परंपरा पर रोक नहीं लग रही है। “प्यादे से घोड़ा भ्यो, टेढ़ो-टेढ़ो जाये” की तर्ज पर मौजूदा प्रशासक आरडी बाजपेयी भी खुल कर खेल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो सत्ता की चाभी अभी भी कहीं चौक के पास ही पायी जाती है। पुराने चिलमची ठेकेदारों को फर्जी भुगतान की कहानी भी कुछ एसी ही है।

विदित है कि पूर्व पालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल अब निवर्तमान हो चुके हैं। उनके स्थान पर अधिशासी अधिकारी आरडी बाजपेयी प्रशासक बन चुके हैं। इसके बावजूद पुरानी आस्था अभी कहीं न कहीं बरकरार है। यही कारण है कि पुराने अध्यक्ष के करीबी ठेकेदारों के फर्जी/सही लाखों रुपये के भुगतान चुनावी गहमागहमी व आचार संहिता के बीच धड़ल्ले से जारी हैं।

एसा ही कुछ मामला लगभग दौ सौ हेंडपंपों की फर्जी मरम्मत के नाम पर निकाले गये भुगतान का है। कभी पालिका अध्यक्ष ने सूरज गुप्ता, राजीव गुप्ता व डब्बू गुप्ता की फर्म बालाजी ट्रेडर्स के साथ हेंडपंप मरम्मत का ठेका किया था। सारे ठेकों की समयावधि 31 मार्च 2012 को समाप्त हो गयी। बाद में सपा सरकार ने ठेकों के नवीनीकरण पर रोक लगा दी। रोक हटने के बाद भी जहां सविंदा टयूबवेल चालकों के ठेके का नवीनीकरण हो गया, वहीं हेंडपंप मरम्मत के ठेके का नवीनीकरण नहीं हो सका। इसके बावजूद अधिशासी अभियंता आरडी बाजपेयी ने लगभग 220 हेंडपंपों की मरम्मत का फर्जी भुगतान विगत एक जून को फर्म को कर दिया। स्थिति यह है कि स्वयं बिलपर हस्ताक्षर करने वाले सहायक अभियंता संतराम अहिरवार को नहीं मालूम कि कौन से हेंडपंप मरम्मत किये गये, व उनका सत्यापन किसने किया। हेंडपंप प्रभारी व स्टोर इंचार्ज शिवराम वर्मा ने बिल बनाया, जिसको अभियंता ने सत्यापित किया व वर्तमान प्रशासक/ईओ ने चेक काट दिया।

इस संबंध में श्री बाजपेयी से पूछा गया तो उनका जवाब काफी रोचक था। श्री बाजपेयी ने बताया कि बालाजी ट्रेडर्स के साथ किये गये अनुबंध में कोई अंतिम तिथि नहीं थी। उसमें लिखा गया था कि जब तक अध्यक्ष चाहेंगें कार्य कराया जाता रहेगा। इस लिये नवीनीकरण का प्रश्न नहीं उठता। यह पूछे जाने पर कि अब तो अध्यक्ष भी नहीं है, फिर काम कैसे हो रहा है। मरम्मत किये गये हेंडपंपों की सूची उपलब्ध कराने को कहने पर उन्होंने अपने एक अधीनस्थ को फोन पकड़ा दिया।