असम की विधायक द्वारा धर्म परिवर्तन कर किये गये निकाह को चुनौती

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असम की काग्रेस विधायक द्वारा धर्म परिवर्तन कर निकाह करने का मामला विवादों में घिर गया है। पहले से शादीशुदा विधायक के इस कदम को राज्य के एक अधिवक्ता संगठन ने गैरकानूनी करार दिया है। संगठन ने विधायक के विधानसभा से निष्कासन की माग की है।

गौरतलब है कि एक महीने तक लापता रहने के बाद विधायक रूमी नाथ [33] ने शनिवार को गुवाहाटी में स्वीकार किया कि उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाते हुए निकाह किया है और अपना नाम राबिया सुल्ताना रख लिया है। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि पहले पति को अभी तलाक नहीं दिया है। अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के महामंत्री सातनु नायक ने कहा कि बिना तलाक दूसरी शादी करना गैरकानूनी है। वहीं, विधायक ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, मैने कोई अपराध नहीं किया। मुझे कोई डर नहीं है और मैं सभी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हूं। विधायक रूमी नाथ पहली बार भाजपा के टिकट पर बोर्खोला सीट से जीतकर वर्ष 2006 में विधानसभा पहुंची थीं। इसके बाद वह काग्रेस में शामिल हो गई थीं।

रूमी ने मीडिया को बताया कि जाकिर ही उनके कानूनी पति हैं और उनका राकेश सिंह से कोई संबंध नहीं है। वह जल्‍द ही तलाक की अर्जी दायर करेंगी। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट किया कि ‘ राजनीतिक दबाव’ की वजह से उन्‍होंने पहले अपने दूसरे विवाह की सार्वजनिक स्‍वीकारोक्ति नहीं की थी

उन्‍होंने कहा कि दूसरी शादी से पहले उन्‍होंने इस्‍लाम ग्रहण कर लिया इसलिए अब हिन्‍दू मैरिज एक्‍ट के प्रावधान उन पर लागू नहीं होते। वह अपनी बच्‍ची को वापस लेने के लिए भी दावा करेंगी। रूमी पहले भाजपा में थीं लेकिन कुछ साल पहले राज्‍यसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में मत डालने के कारण उन्‍हें निकाल दिया गया था।

बीते दिनों विधायक के पति दावा कर रहे थे कि उनकी पत्नी का अपहरण कर लिया गया है। बाद में पता चला कि वह अपने प्रेमी के साथ फरार हैं। फेसबुक के जरिए यह बात सामने आई कि नाथ के धर्म परिवर्तन कर सामाजिक कल्याण विभाग के एक मुलाजिम जाकिर हुसैन के साथ निकाह कर लिया है। हुसैन से उनकी मुलाकात भी फेसबुक के जरिए हुई थी। उनकी पहली शादी राकेश सिंह से हुई है, जिनसे उनकी एक बेटी भी है।

इसी प्रकार वर्ष 2009 में हरियाणा के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री चंद्र मोहन का प्रेम प्रसंग भी इसी तरह सुर्खियों में आया था। दफ्तर से गायब होने के कुछ दिन बाद उप मुख्यमंत्री ने खुलासा किया था कि उन्होंने इस्लाम कबूलकर अपना नाम चाद मुहम्मद रख लिया है। साथ ही अधिवक्ता अनुराधा बाली उर्फ फिजा से निकाह कर लिया है। हालाकि थोड़े ही दिनों में दोनों अलग हो गए।