साक्षात्कार: नगरपालिका की हर सुविधा हर नागरिक के दरवाजे के घर पहुचे- माला पारिया

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फर्रुखाबाद: नगरपालिका फर्रुखाबाद की अध्यक्ष पद की दावेदार भाजपा प्रत्याशी माला पारिया पालिका की हर सुविधा हर नागरिक के घर तक समान रूप से पहुचाने के लक्ष्य से चुनाव में उतरी है| बार एसोशियेशन के महासचिव संजीव पारिया की पत्नी को भाजपा ने नगर पालिका चुनाव में मैदान में दाव पर लगाया है| पेशे से स्कूल संचालिका माला पारिया नागरिको की छोटी छोटी समस्या की तरफ संजीदा दिखी| पेश है जे एन आई से उनकी बातचीत के अंश-

रिपोर्टर- कुछ अपने बारे में बताईये|
माला पारिया- मेरा जन्म झाँसी में 1960 में हुआ| पिताजी रेलवे में सर्विस करते थे| वहीँ प्रारम्भिक एवं उच्च शिक्षा हुई| मैंने बीए किया उसके बाद घर में मां का हाथ बटाने लगी| सन 1990 में मेरी शादी हो गयी और मैं फर्रुखाबाद आ गयी| यहाँ पहले से ही स्कूल और शिक्षा पर काम होता रहा और मैंने भी स्कूल के काम में हाथ बटाना शुरू कर दिया|

रिपोर्टर- स्कूल प्रबंधन से राजनीति में आने का मन कैसे बन गया|
माला पारिया- पति संजीव पारिया तो बार की राजनीति करते ही है| इस नगर को इतना संकुचित अव्यवस्थित और अनियंत्रित देख मन होता है कि कुछ ऐसा भी होना चाहिए जिसमे ईमानदारी अनुशासन और कर्तव्य का बोध हो| पूरे नगर में न ठीक से पानी की व्यवस्था है, न सडको गलिओं की, गंदगी का ये आलम है कि बिना नाक बंद किये छोटी गलिओ से निकलना दूभर है| जो लोग अध्यक्ष की कुर्सिओं पर बैठे उन्होंने अनियोजित काम कराया| सड़क गली बनाने से पहले पानी की पाइप लाइन तक नहीं डलवाई| पूरे शहर में बिना टुल्लू पम्प के पानी घर में नहीं चढ़ सकता| जहाँ गालिओ के नाम के पत्थर होने चाहिए वहां नेताओ ने अपने नाम के पत्थर लगवा दिए| यही सब देख कर सोचा कि मुझे भी चुनाव लड़ना चाहिए|

रिपोर्टर: नगर की मुख्य समस्याए क्या है?
माला पारिया- समस्या एक हो तो गिनाऊं| घरो के नलो में पानी नहीं और बरसात में गलियां पानी से भर जाती है| मच्छरों को मारने के लिए नियमित फागिंग नहीं| जन्म म्रत्यु का प्रमाण पत्र बनबाने पहुच भर जाओ| ऐसा भ्रष्टाचार और दलाली है कि पूछो मत| जो भी कुर्सी पर बैठा उसने जनता की सेवा करने की जगह 20-25 प्रतिशत कमीशन खाने में दिमाग लगाया| पिछले पंद्रह सालो में कोई नयी योजना नहीं बनी| नगर में लगे आधे पानी के पम्प ख़राब पड़े रहते है| सफाई वाला झाड़ू नहीं लगा रहा| मैं कुर्सी पर बैठी तो सबसे पहले नागरिक चार्टर लागू करूंगी|

रिपोर्टर: अगर आप जीत गयी तो क्या और कैसे नगर को विकसित करेंगी?
माला पारिया: आज नगरपालिका के पास अपना फोन नंबर तक नहीं है| किसी को शिकायत दर्ज करानी हो तो कहाँ कराये| एक ने दफ्तर नाले पर चलाया तो दूसरे ने चौक पर| नगरपालिका न हो गयी किसी जमीदार की जागीर बना कर रख दिया| नगरपालिका के कर्मचारियो से घर के नौकरों जैसा बर्ताव किया गया| मैं ये सब परम्परा तोडूंगी| नगर में जगह जगह शिकायत बूथ बनेगे| नागरिक को एसएम्एस से शिकायत दर्ज कराने तक का मौका दिया जायेगा| हर घर में पानी उपरी मंजिल तक बिना पम्प के पहुचेगा| जन म्रत्यु प्रमाण पत्र बनबाने जैसी सुविधाए नियत समय पर ईमानदारी से घर घर तक पहुचेगी| आखिर जनता नगरपालिका को कर सुविधाओं के बदले देती है| ये क्या बात हुई कि नेता और अफसर के घर नगरपालिका की हर सुविधा पहुचे और आम नागरिक को पता भी न चले| हाँ एक बात और पिछले वर्षो में हुए भ्रष्टाचार की जाँच भी कराऊँगी| नगरपालिका में कमीशन रहित ठेकेदारी होगी और ठेकेदार को ईमानदारी से लाभ कमाने का मौका मिलेगा| छोटा शहर है चोरी करके ठेकेदार कमीशन दे और मोहल्ले में भी बेचारा बदनाम हो| मुझे नगरपालिका से कोई व्यापार नहीं करना जैसा की अब रहे पालिका अध्यक्ष करते आये|
एक बार फिर बता दूं कि नगरपालिका की हर सुविधा हर नागरिक के दरवाजे पर एसएम्एस की स्पीड से उपलब्ध होगी| लोगो को लगेगा कि फर्रुखाबाद भी महानगर जैसा लगता है| हमारा नारा होगा- क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी| जो पार्क बने है उन्हें हरा भरा किया जायेगा और नए पार्क बच्चो को टहलने खेलने के लिए विकसित किये जायेगे|