कालिंदी एक्सप्रेस डिब्बे छोड़कर चली गयी और सोता रहा गार्ड

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कमालगंज (फर्रुखाबाद) : रेलवे कर्मचारियों व अधिकारियों की लापरवाही से रेल दुर्घटनाओं व हादसों में इजाफा होता जा रहा है। शनिवार को फर्रुखाबाद से कानपुर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन कमालगंज स्टेशन पर डिब्बे छोड़ कर चली गयी और पीछे बैठे गार्ड को इस बात की जानकारी ही नहीं है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिन गार्ड व ड्राइवर को शकुशल ट्रेन पहुंचाने की जिम्मेदारी दी जाती है उन्हें यह तक पता नहीं कि उनकी ट्रेन क्यों और कहां पर रुकी है। वाह! रे रेलवे विभाग।

घटना उस समय की है जब कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन फर्रुखाबाद से कानपुर जा रही थी। ट्रेन आठ बजकर पांच मिनट पर कमालगंज स्टेशन पर खड़ी हुई व आठ बजकर 7 मिनट पर स्टेशन से छोड़ी गयी। इसके बाद थोड़ा सा चलने के बाद गुमटी नम्बर 132 पर गाड़ी रेंगने लगी थी। लेकिन इंजन ने आर पी इंटर कालेज गेट के सामने ही बोगियों को छोड़ दिया। बोगी छूटने से अनजान ड्राइवर ट्रेन को रजीपुर स्थित एच एम कोल्ड स्टोरेज के पास तक लेकर जब पहुंच गया तो स्टेशन अधीक्षक ने गार्ड से जानकारी की कि आप कहां पर हैं।

गार्ड ने बड़े ही आराम से बताया कि चेन पुलिंग कर दी गयी इसलिए गाड़ी गुमटी पर खड़ी हुई है। तभी कन्ट्रोलनम्बर से स्टेशन अधीक्षक के लिए फोन आया कि ट्रेन क्यों खड़ी है। तो कमालगंज स्टेशन अधीक्षक रामसजीवन ने जाकर देखा तो वहां पर मात्र ट्रेन की बोगियां खड़ीं थी। इंजन चला गया था। यह देख स्टेशन अधीक्षक के होश उड़ गये। तत्काल उन्होंने कन्ट्रोल नम्बर को जानकारी दी।

लगभग आधा घंटे की कवायद के बाद शकुशल इंजन को वापसा लाया गया। तब जाकर 8 बजकर 40 मिनट पर इंजन वापस आया और उसने बोगियों को जोड़ा।

वहीं ट्रेन के परिचालक बाबूराम मीणा ने बताया कि ट्रेन की कप्लिंग के टूटने से इंजन खुल गया था। इसमें हमारी कोई गलती नहीं है। जहां पर कन्ट्रोल हो पाया वहां से वापस इंजन लेकर आ गया हूं।

इस घटना से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक्सप्रेस ट्रेन की कप्लिंग को क्या स्टेशन से चलने से पहले नहीं देखा गया। यदि कप्लिंग टूट भी गयी तो गार्ड इतना मस्त हो गया कि उसे मालूम ही नहीं कि ट्रेन चली गयी और वह पीछे बोगी में बैठा उसके चलने का इंतजार करता रहा।