शमशाबाद (फर्रुखाबाद): एक ओर जहां सरकारी अस्पतालों में गरीब मरीजों के लिए सरकारी दवाओं का टोटा रहता है वहीं मंगलवार को शमशाबाद के एक मकान से लाखों रुपये की सरकारी आपूर्ति की दवाइयां बरामद की गयी हैं। मुखबिर की सूचना पर सीओ कायमगंज ने कायमगंज व शमशाबाद पुलिस के साथ सुग्रीव सिंह गंगवार के घर पर छापा मारकर 16 कार्टून दवा बरामद की। पता चला है कि सुग्रीव के बहनोई गिरंद सिंह जनपद एटा में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं व प्रत्येक रविवार को क्षेत्र के ही किसरोली गांव में प्रैक्टिस भी करते हैं।
सरकार जहां स्वास्थ्य सेवाओं पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाती है वहीं सरकारी अस्पतालों में आम गरीब मरीजों के लिए दवाओं का टोटा एक सामान्य बात है। सवाल यह है कि यह सरकारी दवायें आखिर जाती कहां हैं। जाहिर है कुछ तो खरीद के समय ही घटिया और कम आपूर्ति के नाम पर घोटाला हो जाता है और जो रही बची दवा अस्पतालों तक पहुंचती भी है तो वह डाक्टरों और फार्मासिस्टों की मिलीभगत से मेडिकल स्टोरों और थोक दवा व्यवसायियों तक पहुंच जाती है। इसकी एक बानगी मंगलवार को शमशाबाद में देखने को मिली है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी कायमगंज योगेन्द्र सिंह ने प्रभारी निरीक्षक कायमगंज विजय सिंह व प्रभारी थानाध्यक्ष शमशाबाद रामरेखा यादव के साथ शमशाबाद के सुग्रीव सिंह पुत्र कनौजीलाल गंगवार के मकान पर छापा मारा।
सटीक सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने सुग्रीव सिंह पुत्र कनौजीलाल गंगवार के एक अहातेनुमा मकान की छत पर बने गोदाम से लाखों रुपये की दवायें बरामद कीं। दवाओं पर स्पष्ट रूप से फोर ईएसआईसी सप्लाई व जनपद एटा की मोहर लगी है। ये दवायें अस्पताल से मरीजों को मुफ्त वितरित की जानी थीं। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुग्रीव सिंह के बहनोई गिरंद सिंह जनपद एटा में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। गिरंद सिंह प्रत्येक रविवार को क्षेत्र के ही ग्राम किसरोली में निजी प्रैक्टिस करते हैं व यहां पर मरीजों को दवायें भी देते हैं। समझा जा रहा है कि ये दवायें गिरंद सिंह ने स्वयं की प्रैक्टिस के अतिरिक्त बाजार में बेचने की नियत से एकत्र की होंगीं।
छापे के दौरान आरोपियों के फरार हो जाने के कारण समाचार लिखे जाने तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। प्रभारी चिकित्साधिकारी शमशाबाद की मौजूदगी में बरामद दवाइयों की फर्द तैयार कर दवाओं को थाना शमशाबाद ले जाया गया है।