पहली पत्नी को तलाक दिए बगैर दूसरी शादी करनेवाले दिल्ली पुलिस के एक हवलदार पर शिंकजा कस गया है। उसने नाम बदलकर दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी पत्नी ने हवलदार के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया है। दिल्ली पुलिस के इस हवलदार के खिलाफ उत्तराखंड की एक अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
मामला पहली पत्नी को तलाक दिए बिना दूसरी शादी करने का है। दूसरी पत्नी ने हवलदार के खिलाफ रुड़की में धोखाधड़ी और दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा रखा है। मानसरोवर पार्क निवासी संजीव शर्मा उर्फ रोहन वशिष्ट के खिलाफ उत्तराखंड की एसीजेएम अमरनाथ त्रिपाठी की अदालत ने 05 जुलाई 2011 से गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा है। वारंट जारी होने के बाद से ही उत्तराखंड पुलिस दिल्ली की खाक छान रही है, लेकिन उसका कहीं पता नहीं है। संजीव दिल्ली पुलिस की संचार शाखा में तैनात बताया जा रहा है।
रुड़की निवासी कविता बिष्ट ने हवलदार के खिलाफ रुड़की कोतवाली के थाना गंग नहर में 16 जून 2011 को मामला दर्ज करवाया था। उनका आरोप है कि संजीव ने शादीशुदा होते हुए 16 जून 2009 को उससे शादी की। इतना ही नहीं उसने अपनी पहचान संजीव शर्मा के बजाय रोहन वशिष्ट बताई। दिल्ली में उसकी पहली पत्नी और दो बच्चे हैं।
संजीव के खिलाफ मामला दर्ज होने की सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने नवंबर 2011 में उसे निलंबित कर दिया है। संचार शाखा ने उपायुक्त ने संजीव की गिरफ्तारी करने के संबंध में कार्रवाई करने के लिए उत्तर पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त को पत्र भी लिखा था। इस पत्र में बताया गया है कि संजीव 15 फरवरी 2011 से गैर हाजिर चल रहा है।
कविता का आरोप है कि दिल्ली पुलिस संजीव को जानबूझकर गिरफ्तार नहीं कर रही है। उसका आरोप है कि उसे महकमे के वरिष्ठ अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है, इस वजह से उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।