सेवायोजन कार्यालय में पंजीकृत बुजुर्ग बेरोजगारों के लिए निराश करने वाली खबर है। बेरोजगारी भत्ते की आस में लाइन में लगे बुजुर्ग बेरोजगारों को भत्ता नहीं मिलेगा। सरकार 35 से 45 आयु वाले पंजीकृत बेरोजगारों की ही भत्ता देने की तैयारी कर रही है। जनपद में 26 हजार व प्रदेश में इनकी संख्या 18 लाख है। यही नहीं भत्ता पाने वाले बेरोजगारों से काम कराने की भी तैयार की जा रही है। उनसे कौन सा काम लिया जाएगा? इस पर भी मंथन शुरू हो गया है।
जिला सेवायोजन आधिकारी एके पाण्डेय ने बताया कि जनपद फर्रुखाबाद में लगभग 26 हजार बेरोजगार पात्रता की श्रेणी में आ रह हैं। इनमें लगभग 16 हजार पुरुष व 10 हजार महिला अभ्यर्थी है। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में हाईस्कूल से ऊपर की योग्यता वाले 35 से 45 वर्ष के बीच के पंजीकृत बेरोजगारों की गिनती कराई गई है। 11 अप्रैल तक प्रदेश में इस उम्र के बेरोजगारों की संख्या 18 लाख पहुंच गई है। ऐसे में यह साफ हो गया है कि फिलहाल सरकार 35-45 आयु वाले बेरोजगारों को ही भत्ता देने की तैयारी कर रही है। 15 मार्च को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण के दौरान विभाग ने जो सूचना सरकार को उपलब्ध कराई थी वह नौ लाख थी। 11 अप्रैल तक यह संख्या लगभग दोगुना हो गई। संख्या आने के बाद शासन के निर्देश पर विभागीय अधिकारी अब भत्ता पाने वाले बेरोजगारों से कौन सा काम लिया जाय? इस पर मंथन करने में जुटे हैं। गुरुवार को प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय में हुई बैठक में काम को लेकर अधिकारियों ने मंथन किया। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री डॉ. वकार अहमद शाह ने बताया कि फिलहाल अभी गाइड लाइन तैयार हो रही है। उसमें 35 से 45 वर्ष के बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने और उसके बदले में काम करने की भी बात कही गई है। विभागीय अधिकारियों को काम की तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं। योग्यता के अनुरूप बेरोजगारों से काम कराया जाएगा।