बारहवीं के बाद इंजीनियरिंग-एमबीए करो साथ-साथ

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अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने पांच साल का एमबीए कोर्स इस वर्ष से शुरू करने की घोषणा की है। इसमें छात्र बारहवीं के बाद सीधे प्रवेश ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें एक प्रवेश परीक्षा देनी होगी। देश में पहली बार ऐसा कोर्स शुरू हो रहा है। एक अलग कोर्स की भी घोषणा की गई है। इसमें इंजीनियरिंग के छात्र भी अपनी पढ़ाई के साथ एमबीए कर सकेंगे।

मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बारहवीं कक्षा के बाद एक अलग से प्रवेश परीक्षा होगी। इसके जरिए कोई छात्र पांच वर्षीय एमबीए की डिग्री कोर्स में दाखिला ले सकेगा। इस कोर्स के तहत तीन साल के बाद बीए प्रबंधन की डिग्री मिलेगी। इसके बाद एक वर्ष का एडवांस प्रबंधन कोर्स होगा और उसके लिए सर्टिफिकेट मिलेगा। अगर कोई उसके बाद एक वर्ष और पढ़ाई करेगा तो उसे एमबीए की डिग्री मिलेगी। इस तरह हर छात्र को पांच वर्ष में दो डिग्री मिलेगी।

उन्होंने बताया कि अगर कोई छात्र बीए के बाद या एडवांस कोर्स के बाद पढ़ाई छोडऩा चाहता है तो वह उसके लिए स्वतंत्र होगा। इस कोर्स के लिए परीक्षा मई के तीसरे सप्ताह में होगी। बारहवीं कक्षा के बाद साढ़े पांच साल का एक समन्वित एमबीए का भी कोर्स शुरू होगा। इस कोर्स के तहत कोई छात्र संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जेईई) या अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (एआईईईई) के जरिए समन्वित एमबीए की पढ़ाई कर सकेगा। इसमें चार साल इंजीनियरिंग या आर्किटेक्चर की पढ़ाई के बाद छह महीने की इंटर्नशिप कंपनियों तथा फैक्टरियों में करनी होगी। इसके बाद एक साल की पढ़ाई करने के बाद एमबीए की डिग्री मिलेगी।