अपहरण का ड्रामा खत्म: ‘आखिर थक कर खुद ही प्रकट हो गये प्रधान जी’

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जहानगंज (फर्रुखाबाद): विगत 12 दिनों तक चले ग्राम प्रधान के अपरहरण के नाट का सोमवार को पटाक्षेप हो गया। पुलिस द्वारा प्रधान के अपहरण की घटना को संदिग्ध मानने के कारण कोई कार्रवाई  न किये जाने के कारण आखिर थक हार कर सोमवार को नाटकीय ढंग से ग्राम प्रधान पड़ोसी जनपद हरदोई के थाना पचदेवरा में प्रकट हो गये।

जहानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम इस्लामगंज के प्रधान विनोद उर्फ आकाश बाबू बीते 27 मार्च को अपनी मौसी के घर श्यामनगर आये थे जहां से वह घर वापस नहीं लौटे।  ग्रामीणों ने प्रधान की बाइक गांव के ही किनारे गेहूं के खेत में देखी थी तो परिजनों को सूचना दी। प्रधान के परिजनों ने अपहरण की आशंका जताते हुए कमालगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराने को नामजद तहरीर दी थी।बीते 12 दिन से जब पुलिस प्रशासन ने प्रधान की गुमशुदगी का संज्ञान नहीं लिया तो प्रधान जी खुद ही प्रकट हो गये।

प्रधान ने थाने में घटना के विषय में बताया है कि वह 27 मार्च को मौसी के घर गये थे जहां से फतेहगढ कचहरी गये। घर वापस लौटते समय एक सफेद रंग के चार पहिया वाहन पर सवार गांव के ही निवासी अबधेश व संजय पुत्र रामभूषण, अजय पुत्र अशोक, जयसिंह पुत्र बृजनंदन, राकेश पुत्र शांतीस्वरूप, रामनिवास व कृपाल पुत्रगण रामसनेही, रामशंकर पुत्र रामरतन, सुधीर पुत्र संतोष ने देवस्थान के पास टक्कर मार दी व मारपीट कर वाहन में डाल लिया। इसके बाद एक सफेद चादर उढ़ दी।

रामशंकर, संजय, व सुधीर अजय चार लोग पकड़ कर गाड़ी में बैठ गये। उसके बाद चार पांच घंटे लगातार गाड़ी चली। उसके बाद हाथ पैर बांध दिये व उठाकर एक कमरे में बंद कर दिया। एक कमरा जिसमें प्लास्टर था। दो व्यक्तियों ने कपड़े से मुहं ढके हुए थे। तीन दिन के बाद कपड़े उतार दिये। कपड़े उतारकर लेकर चले गये। दूसरे कपड़े पहना दिये। धमकी दी कि मुकदमें में गवाही मत दो, वादा करता हूं तुम्हें छोड़ दूंगा। कमरा रोड के किनारे था।

8 अप्रैल को मुझे खाना खिलाकर हाथ पैर रस्सी से बांधकर दो लोगों ने गाड़ी में डाल दिया। फिर तीन चार घंटे गाड़ी चली। उसके बाद रोड के किनारे डाल गये। पचदेवरा के पास डालकर चले गये। गेहूं काटने वाले व्यक्तियों ने सुबह मुझे बंधा देखा। एक मोटरसाइकिल पर दरोगा चरन सिंह ने गाड़ी खड़ी करके मुझे खोला। संजीव प्रधान अपनी डिस्कवर मोटरसाइकिल पर बैठाकर थाने ले आये। थाना पचदेवरा से मेरे भाई आदेश को सूचना दी। आदेश प्राइवेट गाड़ी से वहां पहुंचा व लिखापढ़ी कराकर वहां से पुलिस के साथ लेकर आये।

प्रधान के भाई आदेश कुमार व मां सुशीलादेवी ने पुलिस को अपहरण का मुकदमा लिखने के लिए तहरीर दी थी। लेकिन पुलिस ने इस अपहरण की नाटकीय घटना को उसी समय संदिग्ध माना था।

वहीं जहानगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रधान के द्वारा सुनायी गयी कहानी सत्य प्रतीत नहीं होती है। इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक को तदनुसार सूचित कर दिया गया है। फिलहाल क्षेत्राधिकारी ने प्रधान के वयान दर्ज कर लिए है।