डालों पर झूलने लगे आम, बागवानों के चेहरे खिले

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फर्रुखाबाद: मौसम परिवर्तन के साथ ही आम के पेड़ों में लगा बौर अब छोटे-छोटे आम के फल में बदल गया है। हरे-हरे आम के पेड़ों पर छोटे-छोटे आम बाकई में देखने लायक हैं। जहां एक ओर आम के पेड़ पर फल आते ही बागवानों के चेहरों पर चमक लौट आयी वहीं दूसरी तरफ अब इनकी रक्षा कीट और बीमारियों से करने के लिए उन्हें उपाय सोचने पड़ रहे हैं। पेड़ों पर आम आते ही बच्चे अब बागवानों के लिए सिरदर्द बन गये हैं।

इस बार मौसम की अनुकूलता से आम के पेड़ों पर अच्छी खासी फसल देखने में आ रही है। आम के पेड़ों पर लगे छोटे-छोटे आमों को देखकर बागवानों के चहरे खिल उठे हैं। उनका मानना है कि पिछले वर्ष आम कम होने से जहां तेजी रही फिर भी उन्हें लाभ नहीं हुआ। इस बार पिछले वर्ष का घाटा पूरा होने की उम्मीद है।

वहीं बागवान आदित्य ने बताया कि इस बार फसल तो अच्छी आयी है लेकिन उसे बचाने के लिए कीट आदि के लिए छिड़काव अधिक करना पड़ रहा है। वहीं आम में चेंपा व भुनगा आदि रोगों की भी शिकायत है। यदि इन सबसे फसल बचा ली तो लाभ होने की संभावना है। अभी तो मौसम ठीक है लेकिन यदि भविष्य में आंधी आ गयी तो फसल गिर जायेगी। जिससे नुकसान होने का अंदेशा है।

वहीं कुछ बागवानों का रोना है कि उनकी फसल को बच्चे बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं। जो आम बड़े होकर 500 ग्राम का होगा वह छोटे पर ही बच्चे तोड़कर भारी नुकसान कर रहे हैं। जिससे उन्हें बागों को पूरे दिन बैठकर रखवाली करनी पड़ रही है।