फर्रुखाबाद: सरकार द्वारा कई बार अथक प्रयास करने के बावजूद दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप दोपहर होते-होते सड़कों के दोनो तरफ ऊंची-ऊंची कनातें लगाकर धड़ल्ले से अतिक्रमण फैल जाता है। अतिक्रमण की बजह से आये दिन चौक-घुमना, लालदरबाजे पर जाम की स्थिति बनी रहती है। दुकानदार अपनी दुकानों के आगे सुबह तख्त आदि डालकर अतिक्रमण कर लेते हैं व शाम को हटाकर रख देते हैं। जिससे नागरिकों को लगने वाले जाम में फंसकर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसी जमाने में अतिक्रमण को हटाने के लिए एक नया उपकरण (जेसीबी) मंगाई गयी थी। जेसीबी मशीन का डर इस कदर लोगों पर हावी हो गया था कि अगर यह जिधर से निकल जाती थी उधर के अतिक्रमण करने वाले लोगों के माथे पर पसीना आ जाता था। रात में ही अतिक्रमण करने वालों की दीवारों पर एक्स का निशान लगा दिया जाता था और फिर सुबह होता था जेसीबी का उन मकानों पर हमला। लेकिन वक्त और राजनीति के आगे अब जेसीबी की वैल्यू स्कूटर के बराबर भी नहीं है। आज उससे नगर पालिका का कूड़ा उठवाया जाता है। क्योंकि राजनीतिक पहुंच के आगे सब बेबश हैं।
शहर में अतिक्रमण का दानव अब फिर पैर पसार रहा है। जिसके चलते पूरा शहर अतिक्रमण के रोग से ग्रसित हो गया है। चित्रों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं। कि अगर दुकानदार और प्रशासन थोड़ा सक्रिय हो जाये तो शहर से जाम जैसी समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जायेगी। लेकिन प्रशासन काफी दिनों से अतिक्रमण को लेकर आंखों में पट्टी बांधे हुए है। शहर के स्टेटबैंक गली व नेहरू रोड, रेलवे रोड तो बाकई में अतिक्रमण की जीती जागती निशानी है। दुकानदारों ने अपनी दुकान के आगे दुकान का सारा माल निकालकर रख लिया है और जो खुद अतिक्रमण नहीं करते वह अपनी ही दुकानों के आगे किसी अन्य ठिलिया वाले को सरकारी जगह किराये पर उपलब्ध करा देते हैं और मनमुताबिक मोटी रकम प्रति महीने वसूलते हैं।
इस तरह का कार्य आम दुकानदार करे तो ठीक लगता है लेकिन जब शहर के गणमान्य व्यक्ति व व्यापारियों के नेता यह कार्य करें तो बात समझ में नहीं आती। लाल सराय स्थित झोले, कुर्सी इत्यादि की दुकान सहित शहर के लालगेट स्थित सब्जी विक्रेता, तिकोना चौकी में सब्जी विक्रेता, स्टेट बैंक गली नेहरू रोड इत्यादि में इन दुकानदारों ने अपना अतिक्रमण लगभग आधी सड़क पर फैला रखा है। जिससे नागरिकों को जाम इत्यादि से जूझना पड़ रहा है।
व्यापार मण्डल के प्रांतीय मंत्री अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ ने बताया कि वह इस बात से सहमत हैं कि अतिक्रमण के कारण शहर में जाम लगता है जो एक बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों से मैं अनुरोध करूंगा कि वे स्वयं अपना अतिक्रमण हटा लें जिससे शहर को जाम की समस्या से मुक्ति मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन अतिक्रमण हटाने के लिए कोई अभियान चलायेगा तो वह उसका स्वागत करेंगे। उन्होंने इस बात से भी इंकार नहीं कि अनेक दुकानदारों ने अपने सामने के फुटपाथ पर शिकमी किरायेदार बैठा रखे हैं। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था बंद होनी चाहिए।