कमीशनखोरी की हद: एक वर्ष में ही बजरिया की सड़क बनी तालाब

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फर्रुखाबादः शहर क्षेत्र के बार्डनम्बर 30 के मोहल्ला बजरिया स्थित सड़क मात्र एक वर्ष के अंदर ही तालाब में तब्दील हो गयी। जिससे मोहल्ले की नालियों का पानी सड़क पर आकर भर गया है। मोहल्ले वासियों ने बताया कि इस बात की शिकायत कई बार की गयी लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।  बार्ड के नागरिकों ने आरोप लगाया कि पालिका चेयरमैन अपने समर्थकों के क्षेत्रों में ही विकास कार्य कराते हैं। बार्ड ३० के नागरिक तो सभासद व चेयरमैन के आपसी विवाद में पिस रहे हैं।

अमानक सामग्री लगाना तो ठेकेदारों की आदत में सम्मलित है। जिसका उदाहरण देने की आवश्यकता ही नहीं है। क्योंकि फर्रुखाबाद में ज्यादातर गलियों में गुजरते लोग सड़क में गड्डा नहीं वल्कि गड्ढे में सड़क ढूढते हैं। ऐसा ही आलम बार्ड नम्बर 30 में बनी मेन सड़क का है। जहां घुसते ही तालाब सा नजारा नजर आता है। मोहल्लेवासी विश्वनाथ ने बताया कि कौन किसकी सुनता है और किसकी कहे। चुनाव के समय तो नेता जी आते हैं और कहते हैं वोट दो सब ठीक हो जायेगा। लेकिन क्या ठीक हो जायेगा यह तो आप लोग जान ही गये होंगे।

वहीं बबलू ने बताया कि यह सड़क एक वर्ष पूर्व बनायी गयी थी। लेकिन इससे पूर्व सड़क की स्थिति कोई खास खराब नहीं थी। लेकिन दोबारा अमानक सामग्री से लाखों की लागत से बनी सड़क अब सड़क न रहकर तालाब बन चुकी है।

रिटायर्ड सूबेदार के के पाल ने बताया कि यहां महीनों तो नालियां साफ नहीं होतीं। जिस कारण पानी सड़क पर आ जाता है। मजबूरन लोगों को गंदे पानी से गुजरना पड़ता है। जिससे कई बच्चे बीमार पड़ जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद पिछले कई महीनों से यह सड़क उखड़ी पड़ी है।

चेयरमैन व सभासद पुरुषोत्तम वर्मा के आपसी मतभेद के कारण बार्ड नम्बर 30 में कोई विकास कार्य नहीं होता है। जिसका जीता जागता उदाहरण यह सड़क है। राजकुमार वर्मा ने बताया कि बार्ड में चेयरमैन ने वहीं विकास कार्य कराया है जहां उनके समर्थक रहते हैं। हम लोगों की कोई समस्या सुनने वाला नहीं है।