फर्रुखाबाद: थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के मोहल्ला भीकमपुरा निवासी जरदोजी कारीगर संतोष की पत्नी अकेले मंदिर जाने से मना करने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृत महिला आरती के मायके वालों ने संतोष पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है।
पति संतोष ने बताया कि आरती अक्सर बाजार व अन्य जगह पर अकेले जाने की जिद करती थी। जिस पर अक्सर आरती के साथ झगड़ा हो जाता था। कल सुबह नवरात्र पर आरती मंदिर गयी थी। शाम को दोबारा मंदिर जाने की जिद करने पर मैने मना कर दिया। जब मैं और मेरी मां प्रेमवती मंदिर चले गये तो इसी बात से क्षुब्ध होकर फांसी लगा ली।
वहीं मृत महिला आरती के पिता रामऔतार राठौर निवासी नगला भवानी मोहम्मदाबाद ने बताया कि तकरीबन चार वर्ष पूर्व संतोष के साथ आरती का विवाह किया था। शादी के कुछ समय बाद से ही संतोष आरती को मोटरसाइकिल व अन्य सामान मायके से लाने को लेकर प्रताड़ित व मारपीट करने लगा। कुछ समय बाद हम लोगों ने सीजेएम फतेहगढ़ में संतोष के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया। आरती को अपने घर नगला भवानी ले आये।
मुकदमें से घबराये संतोष ने समझौता करने का प्रस्ताव रखा। जिसको हम लोगों ने मान लिया और आरती को पुनः संतोष के साथ भेज दिया। लेकिन संतोष अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और आरती के साथ फिर मारपीट करने लगा। आरती के एक पांच वर्षीय पुत्र मोहित व एक छोटी बच्ची कंचन है।
आये दिन संतोष आरती को दहेज के लिए प्रताड़ित करता था। रामऔतार ने बताया कि इसी से परेशान होकर आरती ने अपनी साड़ी से छत के कुन्डे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरती की आत्महत्या की खबर संतोष ने मुझे नहीं दी। वल्कि किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा घटना के तकरीबन दो घंटे बाद सूचना दी। मौके पर पहुंचे आरती के पिता रामऔतार ने बताया कि उन लोगों ने मारपीट करने के बाद आरती को फांसी पर लटका दिया और झूठी कहानी गढ़ दी।
वहीं मोहल्ले के असर दार लोग समझौता कराने का प्रयास कर रहे हैं। समझौते में आरती के दोनो बच्चों के पचास-पचास हजार रुपये जमा करने की बात की जा रही है। पुलिस को सूचना नहीं दी गयी है।