फर्रुखाबादः लगातार भ्रूण हत्याओ से कन्याओ की कमी से आज भी लोगों को दो चार होना पड़ा। मोहल्लों में जब कन्याओ का भोज कराने के लिए टोटा पड़ गया तो लोगों को मंदिरों में जाकर कन्याओ को भोज कराना पड़ा। अब लोगों को अपने किये का नतीजा खुद ही भुगतना पड़ रहा है। ९ दिनों तक व्रत रहने के बाद नवरात्र के अंतिम दिन देवी भक्तों ने मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना के बाद कन्याओ को भोज कराया। जिससे शहर के सभी दुर्गा मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी। वहीं आज कन्या भोज खिलाने के लिए मंदिरों व घरों में महिलाओं को काफी मसक्कत करनी पड़ी।
बीते आठ दिनों से दुर्गा अष्ठमी का त्यौहार घर-घर में मनाया गया। इसके चलते सुबह शाम मंदिरों में भीड़ होना स्वाभाविक ही था। लेकिन आज नव दुर्गा अष्ठमी के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने कन्याओं को भोज कराकर पुण्य लाभ की प्राप्ति की। वहीं भीड़ अधिक होने से मंदिरांे में भी कन्याओं की कमी आ गयी। जिसके तहत लोग एक दूसरे की कन्याओं को अपनी तरफ खींचकर भोज खिलाने के चक्कर में दिखे।
ऐसा नजारा केवल मंदिरों में ही नहीं आज कन्याओं को भोज कराने का कुछ ऐसा दौर चला कि सुबह-सुबह लोग कन्याओं को घरों में ढूंढते घूम रहे थे। कन्याओं को 10-10 जगह भोज करने जाने के बाद भी फुर्सत नहंी मिल रही थी। लोगों ने कन्याओं को दही जलेबी, पूड़ी, हलवा आदि खिलाकर अपने को धन्य किया।
दुर्गा मंदिरों में गुरुगांवदेवी, वैष्णों देवी मंदिर नगला दीना, बढ़पुर देवी मंदिर, मठिया देवी मंदिर, गमादेवी मंदिर फतेहगढ़ में भारी भीड़ उमड़ी। जिससे प्रशासन को भी भीड़ को काबू में करने के लिए भारी मसक्कत करनी पड़ी। भीड़ अधिक होने से मंदिरों के बाहर मुख्य मार्गों पर पूरा दिन जाम की स्थिति बनी रही। दिन भर मंदिरों में घंटे गूंजते रहे। पूरा शहर भक्ति भावना में डूब गया।
वहीं देवी भक्तों ने आज व्रत तोड़ने के बाद भण्डारे का आयोजन किया। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह भण्डारे का आयोजन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।