भोपाल: गुरुवार को मध्य प्रदेश के मुरैना में मारे गए आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का यूपी के मथुरा में शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया । उन्हें उनकी आईएएस पत्नी ने मुखाग्नि दी। उनके अंतिम संस्कार के मौके पर अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा।
नरेंद्र कुमार की हत्या के बाद राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार पर खनन माफियाओं के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि मध्य प्रदेश के कई इलाकों में माइनिंग माफिया, नेताओं और अफसरों की शह पर दिनों-दिन मजबूत हो रहा है।
नरेंद्र के पिता केशव सिंह ने यह कहकर पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं कि उनके बेटे की हत्या सोची समझी साजिश के तहत की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके बेटे को मुरैना की पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा था, नहीं तो उनके बेटे की जान नहीं जाती।
अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की कीमत आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। मुरैना के एसडीओपी नरेंद्र कुमार को अवैध खनन की सूचना मिली थी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे नरेंद्र ने अवैध खनन रुकवाया तो ट्रैक्टर चालक ने उनके ऊपर ही ट्रैक्टर चढ़ा दिया और नरेंद्र को गंभीर चोटें आई। इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही नरेंद्र की मौत हो गई।
हत्या के आरोप में मनोज केशव सिंह नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। नरेंद्र कुमार 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी पत्नी भी आईपीएस अधिकारी हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में पदस्थ युवा आईपीएस अधिकारी नरेन्द्र कुमार की मौत पर शोक व्यक्त किया है। चौहान ने कहा कि नरेन्द्र कुमार जांबाज अधिकारी थे। उनका निधन अत्यंत दुर्भाज्ञपूर्ण घटना है। ऐसा कृत्य करने वाले के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार दिवंगत अधिकारी के परिवार के साथ है। उन्होंने दुखी परिवार को ढांढ़स बंधाते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि उन्हें यह हृदय विदारक दुख सहने की शक्ति दे।