बेसिक शिक्षा में व्यवस्था सही रखने में नाकारा निकला बीएसए कौशल किशोर

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फर्रुखाबाद: आज सोमवार 27 फरबरी 2012 को जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी कौशल किशोर को विद्यालयों के निरीक्षण में आधे स्कूल बंद मिले और जो खुले मिले उनमे शिक्षक और बच्चे दोनों नदारद मिले| क्या कहेंगे इसे? कौशल किशोर का कौशल या फिर यथा राजा तथा प्रजा| पिछले एक महीने से कौशल किशोर ने चुनावो में व्यस्तता के बाबजूद ताबड़तोड़ छापे मारे और इस दौरान डेढ़ सैकड़ा से अधिक शिक्षको पर कारवाही की खबरे प्रमुख समाचार पत्रों में छपी| मगर हालत वैसी की वैसी ही बीएसए को मिल रही है| हर रोज वही आंकड़े मिल रहे है| इतने बंद मिले, इतने गायब मिले| व्यवस्था सुधर क्यूँ नहीं रही? अध्यापक कर्तव्यों का पालन क्यूँ नहीं करना चाहता? क्या उसे सजा का कोई डर नहीं? या यूँ कहे की उसे कोई सजा मिलती ही नहीं? आम और संसदीय भाषा में इसे नाकारापन कहना सबसे बेहतर होगा क्यूंकि जिस काम के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तैनात किया जाता है उस काम में कम से कम कौशल किशोर फेल ही रहे है|

सोमवार को कौशल किशोर ने मोहम्दाबाद और कमालगंज के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया| उनके सहायक सुरेन्द्र अवस्थी ने फोन पर जेएनआई के पूछने पर बताया कि साहब को 4 स्कूल बंद मिले तो 5 स्कूलों में शिक्षक नदारद मिले| कहीं शिक्षक दस्खत करके स्कूल से चले गए तो कहीं कई कई महीने से गायब होने वाले भी कौशल को मिल गए| अलबत्ता जिलास्तर पर कौशल के पास इस बात की जानकारी नहीं है कि कितने शिक्षक लम्बे अवकाश पर चल रहे है| जब पकडे गए तभी सवेरा मान लिया| बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास इस बात के भी आंकड़े नहीं है कि स्कूल से गायब रहने की सजा के एवज में एक दिन का वेतन जो कटा गया वो कितनो की सर्विस बुक पर चड़ा है| सरकारी नौकरी में एक दिन का वेतन काटना बड़ी सजा होती है| एक दिन का वेतन काटने का मतलब है पिछली सर्विस ब्रेक हो जाना और नयी सर्विस शुरू होना| पदोन्नति से लेकर वेतन वृद्धि तक का नुकसान| मगर ये जे एन आई का दावा और खुलासा है कि वेतन की कटौती के समाचार केवल समाचारों तक ही रहते है सर्विस बुक पर नहीं चढ़ते, यही कारण है कि शिक्षको के अन्दर बड़े बड़े अधिकारिओ का भी कोई डर नहीं है|

औचक निरीक्षण के दौरान जो चार स्कूल बंद मिले वो है उच्च प्राथमिक कन्या पाठशाला मौधा, कन्या प्राइमरी पाठशाला मौधा, प्राथमिक पाठशाला नगला दलजीत, प्राथमिक पाठशाला नगला महानंद| जिन स्कूलों में 20-25 हजार वेतन पाने गुरु जी कर्तव्य विहीन या गायब मिले वे है कन्या जूनियर स्कूल मलोखर में गीता देवी, कन्या प्राथमिक विद्यालय मलोखर में शिक्षा मित्र जोगेंद्र सहित सभी शिक्षक, उच्च प्राथमिक विद्यालय माडल शंकरपुर के दीपक तिवारी 27 जनवरी से लापता मिले, प्राथमिक माडल शंकरपुर की पूजा मिश्र 5 महीने से नदारद निकली, कन्या प्राथमिक विद्यालय माडल शंकरपुर के इंचार्ज हाजिरी रजिस्टर पर दस्खत करके बैंक गए बताये गए| वाह जनाब वाह – गुरु जी बैंक का काम तो मध्याह में भी किया जा सकता था बच्चो के हिस्से का समय का गोलमाल कर कितनी अच्छी कर्तव्यनिष्ठ व्यक्तित्व का परिचय हो रहा है|