कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी दिग्विजय सिंह ने कहा कि बसपा ने गरीबों व दलितों का हित न करके खुद का हित किया है। पिछले 22 वर्षो में कई बार उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुए। गरीबों की दशा वैसी की वैसी ही है। मायावती दलित की नहीं दौलत की बेटी हैं। जिले में अलग-अलग जनसभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 22 वर्षो में तीन बार सपा, तीन बार बसपा व चार बार भाजपा की सरकारें बनीं, लेकिन किसी भी पार्टी ने व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठकर कभी नहीं सोचा।
मुलायम सिंह यादव की समधन और कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला यादव के पक्ष में वोट मांगते हुए उन्होंने सपा पर भी निशाना साधा। कहा, सपा में भाई-भतीजावाद का बोलबाला है। मुलायम सिंह ने अपनी समधन तक को पार्टी से दरकिनार कर दिया। भाजपा पर उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर प्रदेश का शोषण करने का आरोप लगाया।
मालूम हो कि यूपी विधानसभा चुनाव में अपनी खोई पहचान वापस लाने के लिये कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह पर ताल ठोका है और दिग्विजय सिंह यूपी के विभिन्न जिलों में जनसभाएं कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह अपने बढ़बोलेपन के चलते सभी राजनीतिक पार्टियों में हमलावर हैं। अब देखना यह है कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस की साख बचाने में कामयाब होते हैं या नहीं।