सीबीआई निदेशक एपी सिंह के अनुसार, भारतीयों की 25 लाख करोड़ की काली कमाई मारिशस, स्वीटजरलैंड, लिंचेस्टाइन, ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड जैसे टैक्स हैवन देशों में जमा है। इसे वापस लाने की निरंतर कोशिश करनी होगी।
श्री सिंह ने देश में फैले भ्रष्टाचार के लिए सरकार और उसकी नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। एपी सिंह का तो यहा तक कहना है कि देश में फैले भ्रष्टाचार के लिए सरकार और उसकी नीतियां जिम्मेदार हैं। इंटरपोल के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बात कही। इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। उन्हों ने कहा कि अपारदर्शी, जटिल, केंद्रीकृत और भेदभाव वाली सरकारी नीतियों को भ्रष्टाचार की मुख्य वजह बताते हुए उन्होंने कहा, विकास योजनाओं को अधिक पारदर्शी और जिम्मेदार बनाया जाना चाहिए।
भ्रष्टाचार और विदेशी बैंकों में जमा काली कमाई में सीधा रिश्ता साबित करते हुए सीबीआई निदेशक ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, राष्ट्रमंडल खेल घोटाला और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के घोटाले जैसे कुछ अहम मामलों की जांच जाच के दौरान पाया कि घोटालों से की गई काली कमाई पहले दुबई, सिंगापुर या मारीशस गई। इसके बाद स्विट्जरलैंड और कर चोरों की पनाहगाह माने जाने वाले अन्य देशों में पहुंची। श्री सिंह के मुताबिक अपराधी कुछ फर्जी कंपनियां खोलते हैं और चंद घंटों में एक के बाद एक कई खातों में धन हस्तांतरित कर देते हैं। सीबीआई को इसका पता लगाने में कई साल लग जाते हैं। एजेंसी को हर हस्तांतरण के जानकारी के लिए अलग-अलग लेटर रेगोटरी [एलआर] भेजना पड़ती है। एलआर की जानकारी देना संबंधित देश की मर्जी पर निर्भर करता है।