लालची अध्यापक बनवा रहे हैं बच्चों के लिये लाक्षा ग्रह

Uncategorized

सिवारा, फर्रुखाबाद:  कंपिल थाना क्षेत्र के अर्न्तगत ग्राम सिवारा खास के प्राथमिक विघालय मे बन रहे दो अतरिक्त कक्षा कक्षों का सेम ईटो से किये जा रहे निर्माण को आप भी देख सकते हैं। इन भवनो मे घटिया सामग्री का प्रयोग व मानक के अनुसार काम नही कराया जा रहा है विघालय में बनने वाले दोनो कमरो के नींव भरने मे सेम ईटों से किया गया है निर्माण ।
जबकि एक कमरे के निर्माण के लिये मिलने वाली राशि दो लाख दस हजार है । इसके बाबजूद भी निर्माणाधीन भवन प्रभारी ने नैनिहाल मे रह रहे मासूमों के साथ धोखा करना मुनासिब समझा । प्राथमिक विद्यालय ढडियापुर के प्रधानाध्यापक राजेन्द्र सिंह अपने विघालय से 20 किलोमीटर दूरी पर सिवारा विद्यालय में बन रहे दोनों कमरों के भवन प्रभारी हैं।
भवनों के निर्माण के लिये लगभग दस हजार सेम ईट मंगाई जा चुकी हैं । निर्माणधीन  दोनों भवनों के नीव निर्माण में तकरीबन आधी से अधिक ईंटों को लगाया जा चुका है । बाकी बची ईटें विद्यालय के परिसर में अब भी पडी हैं। वहीं उपयुक्त मात्रा मे सीमेंन्ट भी नहीं लगाया जा रहा है निर्माण मे रेत की मात्रा का अधिक प्रयोग किया जा रहा है ।
जबकि कुछ महीनो पूर्व ही निर्माणाधीन भवन के प्रभारी राजेन्द्र शाक्य  पर इसी प्राथमिक  विद्यालय की दलित रसोइया  विधवा विमलेश ने मामूली बात को लेकर प्रधानाध्यापक की चप्पलों से पिटाई की थी । एक बार फिर से सवाल कही ढडियापुर के राजेन्द्र सिंह की इज्जत का तो नही । जो कि भवनों को बनवाने मे सेम ईट लगवाने में कामयाब तो हुये हैं लेकिन अब गांव के अनेको ग्रामीणों ने निर्माण में लगी सेम ईंटो को देख भवन प्रभारी की कडी आलोचना की है ।
फिलाहल भबनों का निर्माण सेम ईटो से कई फुट तक कराने के बाद  माहौल भांप अब प्रभारी ने अब्बल ईटो को लगबाना शुरु तो किया है परन्तु जो नीव निर्माण मे सेम ईट लगायी गई है बह आने बाले समय मे पढने वाले मासूमो के लिये कही जानलेवा सबित न हो जाये । इतना तो तय है कि निर्माण में लगाई गई सेम ईट व घटिया सामग्री सर्व शिक्षा अभियान के नाम पर धब्बा हैं ।
वही कायमगंज एबीएसए पुष्पराज ने फोन पर सिवारा प्रतिनधि को बताया कि भवन निर्माण में सेम ईट लगाये जाने की हमें जानकारी नही है ।