समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि सत्ता में आने पर मुसलमानों को आरक्षण के लिए प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। आरक्षण देने में कोई भेदभाव नहीं बरता जाएगा। केंद्र सरकार प्रस्ताव पर अमल नहीं करती है, तो उनकी सरकार कानूनी पहलुओं पर विचार कर खुद विधेयक पास करेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मल्लाह, बिंद, माझी, राजभर, गौंड़ आदि 17 जातियों को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाया जाएगा।
मऊ के जीवन राम छात्रावास के मैदान में चुनावी सभा में मुलायम सिंह ने कहा कि सपा सरकार में बुनकरों को बिजली भरपूर मिली थी। सरकार बनी तो उन्हें फिर यह सुविधा मिलेगी। हमारी सरकार में धन की कमी नहीं होती, बल्कि उसे खर्च करने के लिए योजनाओं के बारे में विचार करना पड़ता है। लेकिन प्रदेश सरकार धन का रोना रोती रही है। अपने चुनावी वादों में किसान और बुनकरों का 50 हजार रुपये तक का कर्जा माफ करने की बात दोहराई।
किसानों को पेंशन मिलेगी, नौजवानों को नौकरी और जो नौवान नौकरी से वंचित रह जाएंगे उन्हें एक हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता के रूप में दिया जाएगा। कन्याओं को मुफ्त शिक्षा और उच्च शिक्षा के लिए 25 हजार दिए जाएंगे। शिक्षा में अच्छे अंक पाने वाली बालिकाओं को नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी। शिक्षकों की सभी समस्याएं दूर होंगी। उर्दू की पढ़ाई का और उसे ऊंचा दर्जा दिलाने का भी इंतजाम किया जाएगा, वहीं बुनकरों की साड़ी खरीदकर उन्हें घाटा नहीं होने दिया जाएगा।
उधर, आजमगढ़ में मुनरा सराय गांव में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि जो वादा किया है उसे पूरा किया जाएगा। कहा, सच्चर कमेटी, रंगनाथ मिश्र कमेटी कांग्रेस सरकार ने ही बनाई है। इनकी रिपोर्ट में देश के मुसलमानों की हालत बदतर है। कांग्रेस इस रिपोर्ट को लागू क्यों नहीं करती हैै। कांग्रेस को डर है कि प्रदेश में सपा की सरकार बनेगी, तो दिल्ली में उसकी सरकार हिलने लगेगी। कहा हम यही कहने आए हैं कि पूर्वांचल की पूरी सीटें जीतेेंगे तभी सपा की बहुमत की सरकार बनेगी। बसपा पर प्रहार करते हुए कहा कि पूरे पांच साल तक इस सरकार का कार्यकाल भ्रष्टाचार में ही बीता। आरोप लगाया कि सीएम ने 10 एक ड़ जमीन पर कब्जा किया और पांच एकड़ कब्जा करने वाली हैं। इसकी कीमत खरबों में हैं। उन्होंने भीड़ में दलितों से सवाल किया कि पांच साल में कितने दलित सीएम से मिले। कोई जवाब न मिलने पर कहा कि सभा में कितने दलित आए हैं।