फर्रुखाबादः आदर्श आचार संहिता की आंखों में धूल झांेक कर प्रत्याशी अवैधानिक रूप से प्रचार करने में नहीं चूक रहे हैं। अभी भी सरकारी दीवारों पर प्रत्याशियों का प्रचार लिखा बखूबी देखा जा सकता है।
चुनाव आयोग के सख्त होने के बावजूद भी प्रत्याशी उसकी शर्तों को शायद मानने को तैयार नहीं हैं। चुनाव आयोग की शर्तों को ताक पर रखकर प्रत्याशियों के प्रचार अभी भी रोडवेज बस स्टाप, प्रतीक्षालयों, सरकारी भवनों व दीवारों पर बखूबी लिखा देखा जा सकता है।
कई प्रत्याशी तो अभी भी अपनी होर्डिंग्स उतारने को शायद तैयार नहीं हैं। या तो प्रशासन प्रत्याशी के दबाव में है या देखकर भी अनजान बनने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस की सदर सीट से प्रत्याशी लुईस खुर्शीद के प्रचार का तो कोई जोड़ ही नहीं। जगह-जगह हाथ के पंजे का प्रचार लगा मिल जायेगा। कानून मंत्री की पत्नी लुईस खुर्शीद शायद कानून तोड़ने की आदी हो गयीं हैं। पहले भी आचार संहिता के उल्लंघन में नोटिस दिया जा चुका है। इसके बावजूद भी सरकारी दीवारों पर चुनाव प्रचार अभी कई जगह लिखा मिल जायेगा। लुईस के अलावा अन्य कई प्रत्याशियों के भी नाम सरकारी दीवारों पर अंकित हैं।