कुछ दिन पूर्व यूपी के आईएएस बनाम आईपीएस विवाद समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में बस्ती के कमिश्नर पद से हटाए जा चुके हैं। इसके बाद आईएएस अनुराग श्रीवास्तव के एक बयान ने पूरे मामले को नया तुल दे दिया है। श्रीवास्तव ने अपने बयान में कहा है कि यूपी पुलिस के डीजीपी मुख्यमंत्री के पैरों में पड़े रहते हैं तो ऐसे में एक एसपी के लिये डीएम के पैर छूना कोई मुश्किल का काम नहीं है।
आपको बताते चलें कि कमिश्नर अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को सिद्धार्थनगर के एसपी मोहित गुप्ता के खिलाफ अपशब्द का इस्तेमाल किया था और उन्हें बैठक से बाहर निकाल दिया था। इस पर आईपीएस एसोसिएशन ने तगड़ी नाराजगी जताई थी और चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी। उनकी जगह पर रूरल डिवेलपमेंट कमिश्नर संजीव कुमार की नियुक्ति की गई है। इससे पूर्व आयोग ने शनिवार रात आयोग ने सिद्धार्थनगर के एसपी मोहित गुप्ता व डीएम चैत्रा को भी हटा दिया था।
अब यह देखना रोचक होगा चुनाव आयोग की तरफ से पद से हटाये जाने के बाद अनुराग श्रीवास्तव द्वारा मुख्यमंत्री और डीजीपी को केंद्र में रखकर कर टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश सरकार और आईपीएस लॉबी क्या परिणाम दिखाती है। खैर परिणाम जो कुछ भी हो मगर चुनाव से पहले श्रीवास्तव की तरफ से की गई यह टिप्पणी चुनावी माहौल में एक नया रंग जरुर घोल सकती है।