फर्रुखाबादः विधानसभा भोजपुर के ग्राम गजियांपुर के निवासी हरिश्चन्द्र पुत्र मुकुट सिंह ने बताया कि वह पोलिंग बूथ अपने गांव में स्थानांतरित करवाने के लिए अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट रहा है। लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। वल्कि एक दूसरे पर मामला टाल कर कई वर्ष निकाल दिये हैं। आश्वासन के आलावा कोई और चीज नहीं मिल रही है।
हरिश्चन्द्र ने बताया कि ग्राम पंचायत मदनापुर विकासक्षेत्र मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र भोजपुर की आबादी लगभग 1400 है। हमारे गांव गजियांपुर के पास ही गुलरिया नगला की आबादी भी 400 की है। गजियांपुर व गुलरिया मिलाकर 850 मतदाता हैं। पिछले लोकसभा चुनाव से पूर्व मतदेय स्थल चयन के समय क्षेत्रीय लेखपाल, कानून गो एवं अन्य राजस्व अधिकारियों ने जूनियर हाईस्कूल गजियापुर का सार्वजनिक भवन होते हुए भी गंाव में 600 से अधिक मतदाता होने पर गांव से पांच किलोमीटर दूर ग्राम संतोषापुर में वोट डालने हेतु मतदान केन्द्र बनाया था।
गांव वासियों ने इस बात पर मतदान बहिष्कार का निर्णय लेकर जिलाधिकारी, निर्वाचन आयोग व अन्य कई अधिकारियों से शिकायत की। पिछले चुनाव में जब प्रेक्षक भंवरलाल ने गांव का निरीक्षण कर चुनाव आयोग से बातचीत करने के बाद स्थाई मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की थी व आगामी विधानसभा चुनाव 2012 में मतदान केन्द्र जूनियर हाईस्कूल गजियापुर में बनाये जाने का वादा किया था।
9 सितम्बर 2011 को जिलाधिकारी को मैने मतदान केन्द्र स्थानांतरित करने के लिए प्रार्थनापत्र दिया था। 19 सितम्बर को जिलाधिकारी से इस सम्बन्ध में सूचना मांगी। जिलाधिकारी द्वारा सूचना न देने पर मैने मण्डलायुक्त कानपुर को सूचित किया। मण्डलायुक्त कानपुर ने जिलाधिकारी को सूचना देने का निर्देश दिया था। जिलाधिकारी ने मुझे उपजिलाधिकारी सदर के पास टरका दिया। उपजिलाधिकारी ने सूचना पत्र तहसीलदार के पास लेने के लिए कहा।
इस सम्बन्ध में तहसीलदार के यहां मालबाबू से बातचीत की तो पता चला कि रजिस्ट्रार, कानून गो श्री रामदास से यह जानकारी मिलेगी। आज तक भटकने के बावजूद भी हरिश्चन्द्र के प्रार्थनापत्र पर किसी ने गौर नहीं किया।