फर्रुखाबाद:बीते 8 दिसंबर को साइबर क्राइम के जरिये भारतीय स्टेट बैंक की फर्रुखाबाद शाखा से वेबसाइट हैकिंग के जरिये ६४ लाख रूपए उड़ाने का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में मास्टरमाइंड अभिलाष गुप्ता का दाहिना हाथ प्रमोद शाक्य जमानत कटा कर जेल चला गया था। पुलिस ने प्रमोद को रिमांड पर लेकर उसकी निशानदेही पर 37 लाख रुपये नगद बरामद कर लिये हैं। इस मामले में मास्टरमाइंड अभिलाष गुप्ता व कैशियर डी.सी मल्होत्रा को पुलिस पहले ही 15 दिसंबर को जेल भेज चुकी है।
विदित है कि अभिलाष व उसके सहयोगियों द्वारा झांसी ट्रेजरी एकाउंट से 65 लाख रुपये फर्रुखाबाद के एक खाते में स्थानांतरित कर रुपये निकाल लिये थे। अभिलाष ने हैकिंग के लिये लखनऊ की एक बैंक शाखा का उपयोग किया था। अभिलाष व उसके सहयोगी बैंक कैशियर डीसी महलोत्रा को गिफ्तार कर पुलिस ने अभिलाष के घर से 5 लाख रुपये बरामद कर लिये थे। इसके अतिरिक्त 14 लाख रुपये अभिलाष के सहयोगी प्रमोद के बैंक खाते में होने की पुष्टि हो गयी थी। जिसमें से 10 लाख रुपये सेविंग एकाउंट में व 4 लाख रुपये प्रमोद के एक लोन एकाउंट में जमा किये गये थे। इसके बावजूद पुलिस घोटाले की धनराशि पूर्ण रूप से बरामद नहीं कर सकी थी।
पुलिस अधीक्षक ओपी सागर ने बातया कि पुलिस ने प्रमोद शाक्य को जेल से रिमांड पर लेकर उसकी निशानदेही पर 37 लाख रुपये बरामद कर लिये हैं। बैंक घोटाले की संपूर्ण राशि लगभग रिकवर हो गयी है। प्रमोद शाक्श ने बताया कि लगभग पांच लाख रुपये उसका ड्राइवर संजीव लेकर फरार हो गया है। विदित है कि तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक उदयराज सिंह ने ग्राम कंनकापुर स्थित लालबहादुर सिंह इंटर कालेज के प्रधानाचार्य व आवास विकास निवासी प्रमोद शाक्य के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकद्दमा दर्ज कराया था| प्रमोद ने 29 जून 2007 को छात्रों के फर्जी पंजीकरण से उनकी छात्रवृत्ति निकाल ली थी| बैंक घोटाले में स्वयं को फंसता देख प्रमोद इसी मुकदमे में जमानत कटा कर जेल चला गया था। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर प्रमोद को रिमांड पर लेकर उससे पूंछातांछ के बाद उसकी निशानदेही पर रुपये बरामद कर लिये।