विधायक निधि से मालामाल हुए शिक्षा माफिया, विकास के लिए मुह ताकती रही जनता!

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फर्रुखाबाद: वर्ष 1999 से 2011 तक जनपद में केवल स्कूल और कॉलेज के लिए विभिन्न विधायक निधियो से 23 करोड़ से ज्यादा की धनराशि माननीयों ने दी| अकेले बाबू सिंह यादव और उनके परिवार की संस्थाओ को 12 करोड़ से ज्यादा की धनराशि विधायक निधि से मिली|जबकि सड़क, नाली, जल व्यवस्था जैसी आम आदमी के लिए जरुरी मूलभूत सुविधाओ के लिए केवल 58 करोड़ के लगभग धनराशि विधायक निधि से खर्च की गयी|  ज्ञात रहे कि इसमें सांसदों से मिलने वाली निधि शामिल नहीं है| ये आंकड़ा भी तब है जब लुईस खुर्शीद ने किसी भी स्कूल और कॉलेज के निजी फायदे के लिए कोई पैसा नहीं दिया|

हकीकत ये है कि जिले के शिक्षा माफिया एनजीओ (समाज सेवी संस्था) बनाकर स्कूल चलाने की सेवा के नाम पर सरकारी धन लूट रहे हैं| ये विधायक और संसद निधियो से जनता का पैसा लेते हैं, बच्चो को मिलने वाला वजीफा खाते है, पैसे लेकर नक़ल कराने का धंधा करते हैं, सरकार द्वारा निर्धारित फीस के मुकाबले अधिक अवैध फीस वसूलते है| जनपद में विधायक और संसद निधियो से स्कूल कॉलेज के लिए पैसा लेने वाले में से एक भी ऐसा व्यवसायी या उद्योगपति नहीं है जो खुद की रकम से जनसेवा करता हो| इतना ही नहीं शिक्षा का व्यापार करने वाले अवैध कमाई कर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी करते हैं| बस बच इसलिए जाते हैं क्यूंकि इन्ही चुने हुए विधायको और सांसदों के बनाये हुए कानून में ये सब जायज है| मगर शिक्षा के नाम पर छात्रो को प्रताड़ित कर धन कमाने का कारोबार इन्ही चुने हुए माननीयों के रहमो करम पर पनपता है| शिकायत करने पर मंत्री तक नहीं सुनता और शिक्षा माफियाओं से रकम वसूल लेता है|

जिले में खुद को मदन मोहन मालवीय के रूप में देखने वाले बाबू सिंह यादव उर्फ़ दद्दू का शिक्षा साम्राज्य भ्रष्टाचार की बड़ी बुनियाद पर खड़ा है| और इसके पालनहार जनसेवक विधायक और संसद सदस्य रहे हैं| कभी किसी ने इस संस्थान की जाँच कराने की जहमत नहीं उठायी| इनकम टैक्स की निगाह भी शायद नहीं पड़ी| मुलायम सिंह की सरकार बनी तो कॉलेज का नाम हुआ मुलायम सिंह डिग्री कॉलेज और सरकार बदल गयी तो नाम बदल दिया एम् एस डी कॉलेज यानि मेजर शिवदयाल ……| लालच सिर्फ विधायक और सासद निधियो से पैसा लेना और वित्तीय गोलमाल में फायदा उठाना| आस पास के जनपदों सहित कई विधायक इनके संस्थानों को साल दर साल वो पैसा मुहैया कराते हैं जो शायद आम आदमी के लिए सड़क, पानी, नाली जैसी छोटी मोटी जरूरते पूरी करता हो| कहते हैं कि अब तो विधायक निधि स्कूल कॉलेज के लिए 40 प्रतिशत कमीशन पर मिलती है|

जिले में स्कूल और कॉलेज को आम जनता के लिए बनी विधायक निधि से पैसा देने में पहली बार विधायक बने कुलदीप गंगवार सबसे अव्वल रहे| अक्टूबर 2011 तक कायमगंज के बसपा की टिकेट पर विधायक बने कुलदीप ने 2 करोड़ 89 लाख रूपया अपनी निधि से दिया| 40 लाख रुपया अकेले कलावती देवी शिक्षा संस्थान भिडौर को अलग अलग वर्षो में प्राप्त हुआ तो 23 लाख रुपया सरदार बल्लभ भाई पटेल शिक्षा संस्थान राजलामई को भी मिला| 22 लाख रुपया जनता जूनियर हाई स्कूल मुज्जफर पट्टी कुइयन्धीर के खाते में गया तो सुभाष चन्द्र बोस शिक्षा संस्थान नरसिंगपुर को भी 19.5 लाख कुलीप की विधायक निधि से मिल गए| वैसे ये सब गैरकानूनी नहीं है क्यूंकि विधायक निधि से स्कूल और कॉलेज को पैसा देने का प्रावधान है मगर सवाल ये है कि जो सरकारी स्कूल बने हैं उनमे तो बच्चे और मास्टर जाते नहीं| उन्हें सुधारने की जगह नए प्राइवेट स्कूल खोलने में रूचि रखना सत्यनिष्ठा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा ही करता है? कुलदीप गंगवार अब बसपा छोड़ कांग्रेस की टिकेट पर अमृतपुर विधानसभा से भाग्य आजमाने जा रहे है|

बाबू राजेंद्र सिंह यादव की खानदानी राजनीति की विरासत सँभालने वाले उनके पुत्र विधायक नरेन्द्र सिंह यादव का स्कूल और कॉलेज प्रेम सबसे निराला है| इन विधायक जी ने तो सारे नियमो को ताक पर रख अपने और अपने बेटे सचिन के प्रबंधन वाले स्कूल कॉलेज में ही धनराशि खर्च कर दी वो तो भला हो किसी ने लोकायुक्त में शिकायत नहीं की| समाजवादी पार्टी की टिकेट पर कई बार विधायक बने नरेन्द्र सिंह यादव ने आर एस पब्लिक शिक्षा संस्थान, राजेंद्र सिंह इंटर कॉलेज नबाबगंज, पुरषोत्तम सिंह इंटर कॉलेज राजेंद्र नगर सहित अपने स्वामित्व वाले लगभग सभी स्कूल कॉलेज में आम जनता के लिए आई विधायक निधि खर्च कर ली| नरेन्द्र सिंह यादव अब समाजवादी पार्टी की टिकेट पर अमृतपुर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे हैं|

विधायक निधि का अपने परिवार में इस्तेमाल करने में भोजपुर विधानसभा में समाजवादी पार्टी की टिकेट पर किस्मत अजमाने जा रहे पूर्व विधायक जमालुदीन सिद्दकी भी पीछे नहीं रहे| जमालुदीन ने कुल 1.71 करोड़ रुपये स्कूल कॉलेज के लिए दिए जिसमे से केवल 34.833
लाख रुपये अपने ही परिवार के अमतुन्ना बानो विद्यालय जरारी में खर्च किये| कमालगंज से विधायक रहे जमालुदीन के भतीजे ताहिर का भी स्कूल प्रेम कम नहीं रहा, 70 लाख रुपये ये भी जुलाई 2011 तक प्राइवेट शिक्षा संस्थानों में भवन बनाने के लिए दे चुके थे| उसके बाद के आंकड़े भविष्य में निर्गत किये जायेंगे| जमालुदीन और ताहिर ने उस आर पी डिग्री कॉलेज को भी धनराशि आवंटित की जिस पर बी एड अवैध फीस वसूली के आरोप लगते रहे है ये दोनों नेता अपने विधानसभा में स्थापित कॉलेज के बच्चो को अवैध फीस से राहत दिलाने नहीं निकले|

फर्रुखाबाद सदर से विधायक रहे विजय सिंह भी स्कूल के लिए विधायक निधि देने में पीछे नहीं रहे| विजय सिंह ने अपने विभिन्न कार्यकालों में कुल 1 करोड़ 20 लाख रुपये स्कूल कॉलेज में भवन बनाने के लिए दिए| विजय सिंह आजाद उम्मीदवार के रूप में फर्रुखाबाद सदर से अपनी किस्मत अजमाने जा रहे हैं|

भाजपा से विधायक रहे सुशील शाक्य और स्व प्रभा द्विवेदी ने अपने पूरे कार्यकाल में क्रमश: 24 लाख और 4 लाख स्कूल के लिए खर्च किये थे| स्व प्रभा द्विवेदी के पुत्र मेजर सुनील दत्त द्विवेदी भाजपा की टिकेट पर सदर फर्रुखाबाद से चुनाव मैदान में हैं वहीँ सुशील शाक्य अमृतपुर विधानसभा से किस्मत आजमा रहे हैं|

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