फर्रुखाबादः गुरुवार को नगर के मधुर मिलन गेस्टहाउस में आयोजित पिछड़ा वर्ग आरक्षण बचाओ सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए बाबू सिंह कुशवाहा ने स्पष्ट रूप से जातीय गोलबंदी का संदेश दिया। उन्होंने कहा पिछड़े वर्गों की असली हिमायती भाजपा है इसलिए पिछड़े वर्ग के लोग भाजपा के प्रत्याशियो को भारी मतों से जिताए|
उन्होंने बसपा में गुजरे अपने 28 वर्षों के राजनैतिक अनुभव को आधार बताते हुए बसपा को एक जातिवादी पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि बसपा में चुनाव के टिकट से लेकर नौकरियों तक में उनकी ब्रादरी के साथ हमेशा भेदभाव किया। जिससे वह बहुत आहत हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने 1984 में बसपा के जन्म के समय से पार्टी को मजबूत बनाने के लिए अपने जीवन के 28 बहुमूल्य वर्ष पूरी ईमानदारी के साथ लगाये। इसके बावजूद उनके साथ और उनकी बिरादरी के साथ बसपा में हमेशा नाइंसाफी होती रही। श्री कुशवाहा ने कोआपरेटिव बैंक के चुनाव और जिला पंचायत चुनाव में टिकटों के बंटवारे व नौकरियों में भागेदारी में भेदभाव पर विशेष ऐतराज जताया।
एन आर एच एम घोटाले से जुड़े तथ्यों के विस्तार में जाने से श्री कुशवाहा विशेष रूप से बचते नजर आये। फिर भी उन्होंने स्वयं को निर्दोष बताते हुए कहा कि सारा घोटाला जननी सुरक्षा योजना से सम्बंधित है। जिसका उनसे कोई लेना देना नहीं है। श्री कुशवाहा सी बी आई की जांच का हवाला मुद्दे से मुहं चुराते नजर आये।