नागेंद्र को निर्दली लड़ाने की घोषणा
फर्रुखाबादः नव भारत सभाभवन में आयोजित शाक्य, कुशवाहा, मौर्य, सैनी समाज के लोगों ने बसपा सरकार के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। जातीय सम्मेलन में वक्ताओं के भाषणों से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बसपा सुप्रीमों मायावती का पुतला फूंक दिया। सम्मेलन में नागेंद्र शाक्य को निर्दलीय प्रत्याशी बनाये जाने का भी निर्णय लिया गया।
बसपा द्वारा पहले बाबू सिंह कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर दिये जाने व बाद में जनपद की सदर सीट से पूर्व घोषित प्रत्याशी नागेंद्र शाक्य का टिकट काट दियो जाने की खबरों के बाद शाक्य, कुशवाहा, मौर्य समाज के आज नगर के नवभारत सभा भवन में हुए सम्मेलन में वक्ताओं ने बसपा सरकार के विरोध में मोर्चा खोल दिया। समाज के नेताओं ने आज पूरे जोश के साथ कहा कि प्रदेश सरकार को जिस जाति वर्ग ने सत्ता तक पहुंचाया उसी के साथ बसपा सरकार ने धोखा किया। नये साल के पहले ही दिन से समाज के लोगों ने तकरीबन 15 दिन तक चलने वाले प्रदेश व्यापी अभियान की शुरूआत कर दी। फर्रुखाबाद के अलावा कन्नौज, मैनपुरी, एटा, इटावा, कानपुर आदि जिलों में होती हुई पूरे प्रदेश में यह अभियान छेड़ा जायेगा। उन्होंने अपने समाज के लोग जो अभी बसपा में हैं उनको तत्काल पार्टी छोड़ने की चेतावनी दी। न छोड़ने की स्थिति में उनको समाज से निष्कासित करने की बात कही गयी।
इस अभियान में समाज के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन व अन्य छुटपुट पार्टियों के नेता भी समर्थन में हैं। फर्रुखाबाद से नागेन्द्र शाक्य का टिकट काटने के चक्कर में समाज के लोगों में खासा रोष है। मौर्य, कुशवाह और सैनी समाज के लोगों ने आज स्पष्ट शब्दों में ऐलान कर दिया कि कि जहां भी बसपा अपने समर्थन में प्रचार करेगी वहां समाज के लोग जाकर विरोध व निंदा करेंगे। इस बार बसपा सरकार को सत्ता तक पहुंचने नहीं दिया जायेगा।
कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व समाज के लोगों ने भगवान बुद्ध को याद किया और उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की शपथ ली। जनसभा की अध्यक्षता राजाराम शाक्य ने की। भंते सुख सागर, नरेन्द्र शाक्य जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय समानता पार्टी, अरविंद शाक्य अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन, विनोद मौर्य, अनंगपाल कुशवाह, चंदन कठेरिया, किशोरीलाल शाक्य, दयाराम शाक्य प्रधान, अजय प्रधान, राकेश शाक्य, अरविंद कुशवाहा के अलावा भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
वहीं नागेन्द्र सिंह शाक्य का टिकट कटने से गुस्साये लोगों ने मुख्यमंत्री मायावती का पुतला फूंक दिया। पुतला फूंकने वालों में रघुबीर सिंह शाक्य, कल्लू कुशवाहा, गजराज सिंह शाक्य, राजेश कुशवाहा, राघव शाक्य, कैलाश शाक्य आदि करीब दो दर्जन लोग हैं।