फर्रुखाबाद : बेसिक शिक्षा सचिव आईपी शर्मा को बुधवार को अपने विभाग की हकीकत से सामना हो गया। यहां नगर क्षेत्र की सीमा से सटे विकास खंड बढ़पुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय हाथीपुर के निरीक्षण के दौरान उनको अव्यवस्था व खराब शैक्षिक गुणवत्ता का साक्षात दर्शन हुए। स्कूल में चारों ओर गंदगी का साम्राज्य था। कक्षा 6 के बच्चे अंग्रेजी में MOTHER तक न लिख सके। भिन्नाये सचिव ने प्रधानाध्यापिका के चार वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिये हैं। वहीं कन्या प्राथमिक विद्यालय ढिलावल पौने तीन बजे बंद मिला।
विदित है कि बुधवार को बेसिक शिक्षा सचिव आईपी शर्मा यहां एक विभागीय लिपिक के विरुद्ध शिकायतों की जांच करने आये थे। बीएसए अपने इस कृपा पात्र लिपिक के सम्मान की खातिर सचिव को अपने कार्यालय के स्थान पर हाथीपुर स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय नवाबगंज लेकर पहुंच गये। इसी विद्यालय की वार्डेन से भी बीएसए की करीबी बतायी जाती हैं। जांच के उपरांत सचिव ने कुछ विद्यालय देखने की इच्छा जताई तो बीएसए के हाथपांव फूल गये। आनन फानन में जूनिय हाई स्कूल हाथी पुर देखने का निर्णय हुआ। परंतु यहां पहुंच कर तो श्री शर्मा दंग रह गये। विद्यालय में चारों ओर गंदगी का साम्राज्य था। छात्रों का शैक्षिक स्तर भी खराब था। कक्षा छ: के बच्चे अंग्रेजी में मदर की स्पेलिंग तक नहीं लिख सके। आखिर भिन्नाये सचिव ने विद्यालय की प्रधानाध्यापक की चार वेतन वृद्धियां रोकने के आदेश कर दिये।इसी परिसर में बने प्राथमिक विद्यालय की दशा भी कुछ ऐसी ही मिली। वापसी के समय कन्या प्राथमिक विद्याल ढिलावल पर सचिव ने कार रुकवाई तो करीब पौने तीन बजे स्कूल में ताले लटकते मिले।