शशांक शेखर, फतेह बहादुर और बृजलाल पर रहेगी आयोग की विशेष नजर

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चुनाव आयोग की उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के करीबी और विवादित अफसरों पर सीधी नजर रहेगी। प्रदेश के नौकरशाहों पर बसपा नेतृत्व के इशारे पर काम करने के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने स्पष्ट कहा कि आयोग की सब पर पैनी नजर है। सपा और भाजपा समेत उत्तर प्रदेश के ज्यादातर दलों ने चुनाव आयोग से राज्य के तीन शीर्ष अधिकारियों-कैबिनेट सचिव शशांक शेखर, प्रमुख सचिव गृह कुंवर फतेह बहादुर और डीजीपी बृजलाल समेत राज्य के दर्जनों अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है। सबका आरोप है कि तीनों शीर्ष अधिकारी बसपा के लिए काम करते हैं। साथ ही तमाम डीएम के भी नाम दिए गए थे, जिन पर बसपा के लिए काम करने का आरोप लगाया गया था। बसपा के पार्टी मामलों, यहां तक कि दल से किसी को निकालने जैसे मामलों की प्रेसवार्ता पार्टी नेताओं के बजाय कैबिनेट सचिव करते रहे हैं। कैबिनेट सचिव व प्रमुख सचिव गृह पर कार्रवाई के संबंध में पूछे गए सवाल पर कुरैशी ने बिना लाग-लपेट के कहा, आज से आचार संहिता लागू हो गई है। अब हर किसी पर नजर है। हमने पहले भी निर्देश दिया है कि जिन अधिकारियों पर आरोप हैं, उन्हें हटा दिया जाए। साथ ही कोई अधिकारी गृह जनपद में न रहे। इसके साथ ही कुरैशी ने जोड़ा कि अगर किसी के खिलाफ शिकायत आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।